
ऑरिगो सॉफ्टवेयर में बड़ी नियुक्ति: डॉ. सुनील वुप्पला बने AI लैब्स के वाइस प्रेसिडेंट
ऑरिगो सॉफ्टवेयर में डॉ. वुप्पला की नियुक्ति: AI क्रांति की नई शुरुआत- ऑरिगो सॉफ्टवेयर ने हाल ही में एक बड़ी घोषणा की है जिससे कंपनी की AI क्षमताओं में और तेज़ी आएगी। डॉ. सुनील कुमार वुप्पला को कंपनी के AI लैब्स का वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया है। डॉ. वुप्पला की नियुक्ति से ऑरिगो के AI-संचालित उत्पादों और सेवाओं में एक नई ऊर्जा आएगी।

AI से संचालित भविष्य- डॉ. वुप्पला के पास AI, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस में 20 से ज़्यादा सालों का अनुभव है। उन्होंने 40 से ज़्यादा पेटेंट हासिल किए हैं और 100 से ज़्यादा परियोजनाओं में काम किया है। उनकी विशेषज्ञता ऑरिगो को अपने उत्पादों में AI को एकीकृत करने और अगली पीढ़ी के AI-संचालित समाधानों को विकसित करने में मदद करेगी। कंपनी का लक्ष्य है कि हर उत्पाद में AI का इस्तेमाल किया जाए।
ऑरिगो ल्यूमिना और मास्टरवर्क्स को नई ऊंचाइयाँ- डॉ. वुप्पला ऑरिगो के प्रमुख AI समाधान, ऑरिगो ल्यूमिना और मास्टरवर्क्स प्लेटफॉर्म को और मज़बूत बनाने पर काम करेंगे। वह इन प्लेटफॉर्म्स में विश्वसनीय, सुरक्षित और स्केलेबल AI तकनीक को एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इसके साथ ही, वह दुनिया भर में इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधा प्रबंधन में AI के उपयोग को बढ़ावा देंगे।
एक अनुभवी नेता की भूमिका- डॉ. वुप्पला ने एरिक्सन, फिलिप्स, इंफोसिस और ओरेकल जैसी बड़ी कंपनियों में काम किया है। उन्होंने IIT रुड़की, IIIT बैंगलोर और IIM अहमदाबाद जैसी प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ाई की है। वह IIIT बैंगलोर और ग्रेट लर्निंग जैसे संस्थानों में पढ़ाते भी हैं। उनका मानना है कि ऑरिगो का इनोवेशन और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण उन्हें नए प्रयोगों के लिए प्रेरित करता है।
ऑरिगो: एक वैश्विक नेता- ऑरिगो सॉफ्टवेयर कैपिटल प्लानिंग और कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट के लिए क्लाउड-आधारित समाधान प्रदान करता है। इसके प्लेटफॉर्म का उपयोग 40,000 से ज़्यादा परियोजनाओं में किया जाता है, जिनकी कुल कीमत $450 बिलियन से ज़्यादा है। कंपनी के ग्राहकों में हेल्थकेयर, परिवहन, ऊर्जा, शिक्षा और सरकारी विभाग शामिल हैं। इसका मुख्यालय टेक्सास में है और इसके अमेरिका, कनाडा और भारत में कार्यालय हैं।