
तगड़ी कमाई के साथ Birla Corporation का तिमाही धमाका, सीमेंट कारोबार ने फिर दिलाई मजबूती
बिरला कॉर्पोरेशन: मार्च तिमाही में जबरदस्त मुनाफ़ा!- क्या आप जानते हैं कि बिरला कॉर्पोरेशन ने हाल ही में मार्च 2025 की तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है? चलिए, इस सफलता की कहानी को विस्तार से समझते हैं।

सीमेंट की बिक्री में उछाल, मुनाफ़े में बढ़ोतरी- पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले, इस बार कंपनी का शुद्ध मुनाफ़ा 32.7% बढ़कर ₹256.6 करोड़ हो गया है! यह बढ़ोतरी सीमेंट के कारोबार में बिक्री और कीमतों, दोनों में इज़ाफ़े की वजह से हुई है। पिछली कुछ तिमाहियों में सीमेंट उद्योग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, लेकिन मार्च तिमाही में माँग में सुधार और कीमतों में बढ़ोतरी ने बिरला कॉर्पोरेशन को ज़बरदस्त फ़ायदा पहुँचाया। कंपनी ने अपनी पूरी क्षमता से भी ज़्यादा काम किया – 105% क्षमता उपयोग! यह दिखाता है कि कंपनी के प्लांट पूरे दम से चल रहे थे। इस तिमाही में, कंपनी का EBITDA प्रति टन ₹1,014 तक पहुँच गया, जो हाल के वर्षों में सबसे ऊँचा आँकड़ा है।
ऑपरेशंस और सीमेंट बिक्री में बढ़ोतरी-मार्च तिमाही में कंपनी की ऑपरेशनल इनकम ₹2,814.91 करोड़ रही, जो पिछले साल से लगभग 6% ज़्यादा है। इसमें सबसे ज़्यादा योगदान सीमेंट कारोबार का रहा, जिससे ₹2,691.84 करोड़ की कमाई हुई। सीमेंट की बिक्री भी 5.2 मिलियन टन रही, जो पिछले साल से लगभग 8% ज़्यादा है। पूरे वित्त वर्ष (FY25) में, कंपनी ने 18.1 मिलियन टन सीमेंट बेचा, जो पिछले साल से 2.5% ज़्यादा है।
जूट कारोबार में थोड़ी गिरावट, लेकिन कुल मिलाकर बढ़ोतरी-हालांकि, कंपनी के जूट कारोबार से कमाई में थोड़ी गिरावट देखी गई। मार्च तिमाही में जूट से ₹123.39 करोड़ की कमाई हुई, जो पिछले साल से 1.9% कम है। लेकिन, कुल इनकम (ऑपरेशनल + अन्य) में 6.82% की बढ़ोतरी देखने को मिली, जो ₹2,863.14 करोड़ तक पहुँच गई।
पूरे साल का प्रदर्शन और भविष्य की योजनाएँ- जबकि मार्च तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा, पूरे वित्त वर्ष (FY25) में कंपनी का कुल शुद्ध मुनाफ़ा ₹295.22 करोड़ रहा, जो FY24 के मुकाबले लगभग 29.8% कम है। इसकी एक वजह पूरे साल के दौरान पहले तीन तिमाहियों में उद्योग की खराब स्थिति भी रही। FY25 में कंपनी की कुल आय ₹9,312.40 करोड़ रही, जो पिछले साल से 4.4% कम है। लेकिन, कंपनी ने भविष्य के लिए बड़ी योजनाएँ बनाई हैं। कंपनी ने अपने मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO को अगले तीन साल के लिए फिर से नियुक्त किया है और ₹10 प्रति शेयर का डिविडेंड देने की सिफ़ारिश की है। साथ ही, बिहार के गया में एक नया सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट लगाने की योजना भी है, जिसकी क्षमता 2.80 मिलियन टन प्रति वर्ष होगी। कंपनी नए प्रोजेक्ट्स के लिए ₹200 करोड़ तक के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स भी जारी करेगी।