
पार्षदों से अपील – अधिकारियों सहित प्रतिदिन सुबह वार्डो का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था सुधारने कार्य करें
स्ट्रीट लाईट व्यवस्था सुधारने सभापति के निर्देश
विकास कार्य पूर्ण नहीं करने वाले ठेकेदारो को अंतिम नोटिस देकर कार्यवाही करने, खाली भूखण्डो के स्वामियों को नोटिस देकर बाउंड्रीवाल बनवाने, संपत्तिकर नहीं देने वालो से संपर्क कर निगम को कर अदायगी शीघ्र करने नोटिस देने के निर्देश
रायपुर – आज नगर पालिक निगम रायपुर के सभापति एवं जोन 2 पदेन अध्यक्ष सूर्यकांत राठौड़ ने नगर निगम जोन 2 अध्यक्षीय कार्यालय में निगम एमआईसी सदस्य महेन्द्र खोडियार, अवतार भारती बागल, पार्षद खगपति सोनी, रामहिन कुर्रे, कृतिका जैन, शेख मुशीर, जोन 2 कमिश्नर डॉ. आर.के. डोंगरे, कार्यपालन अभियंता पी.डी घृतलहरे, जोन स्वास्थ्य अधिकारी रवि लावनिया सहित संबंधित जोन अधिकारियों की उपस्थिति में जोन 2 के सभी विभागो की गहन समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये। सभापति सूर्यकांत राठौड़ ने बैठक में सभी पार्षदो से जनहित में अपील की कि वे अपने वार्डों में जोन अधिकारियों सहित प्रतिदिन सुबह सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर उसे अधिकारियों से समन्वय बनाकर सुधारने का कार्य करवाये। सभापति ने जोन के सभी वार्डो में बारिश में स्ट्रीट लाईट व्यवस्था सुचारू बनाने निगम मुख्यालय विद्युत विभाग को आवश्यक प्रस्ताव देकर कार्यवाही जनहित में करने के निर्देश दिये। सभापति सूर्यकांत राठौड़ ने कार्यादेश के बाद भी स्वीकृत विकास कार्य वार्डो में पूर्ण नहीं होने पर संबंधित अनुबंधित ठेकेदार को अंतिम नोटिस देकर कार्य नहीं करने पर नियमानुसार ठेका निरस्त करने की कड़ी कार्यवाही प्रस्तावित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये है।
सभापति ने जोन 2 के 7 वार्डों के सभी खाली भूखण्डो के स्वामियों को नोटिस देकर उनसे उनके व्यय पर खाली भूखण्ड में शीघ्र बाउंड्रीवाल बनवाने के निर्देश दिये है ताकि खाली भूखण्ड में लोग कचरा व गंदगी ना डाल सके। सभापति सूर्यकांत राठौड़ ने नगर निगम राजस्व विभाग को संपत्तिकर अदा ना करने वालो को निगम जोन 2 क्षेत्र में सूची बद्ध कर ऐसे करदाताओ से व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें शीघ्र निगम को संपत्तिकर का भुगतान करने कडी समझाईश देने के निर्देश दिये है ताकि जोन क्षेत्र में अधिकाधिक राजस्व वसूली निगम हित में सुनिश्चित हो सके। सभापति ने अधिकारियों को वार्ड पार्षदो के फोन उठाकर उनकी समस्याएं एवं जनशिकायते गंभीरता से सुनकर उनका शीघ्र नियमानुसार जनहित में निदान करने का प्रयास और कार्य करने निर्देशित किया है।