चंडीगढ़ । पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के साथ तालमेल की बदौलत चंडीगढ़ ग्रेनेड हमले के दूसरे आरोपित को 72 घंटों के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की जांच के खुलासा हुआ कि अमेरिका आधारित गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासीया ने इस घटना को अंजाम देने के लिए आरोपितों को विस्फोटक सामग्री, हथियार और लॉजिस्टिक सहायता उपलब्ध कराई थी। पुलिस के अनुसार काम होने के बाद किए गए वादे के अनुसार उन्हें पैसे भी नही दिए गए। हैप्पी पाकिस्तान आधारित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और आईएसआई के निर्देश पर काम कर रहा था।
पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने रविवार को अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर बताया कि सूचनाओं के आधार पर इस मामले के दूसरे आरोपित विशाल मसीह पुत्र साबी मसीह निवासी गांव रायमल, नजदीक ध्यानपुर, थाना कोटली सूरत मलियां, बटाला, जिला गुरदासपुर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल, बुधवार शाम को चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में दो लाेगाें ने ग्रेनेड हमला किया था। इस मामले में पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने शुक्रवार को एक आरोपित रोहन मसीह को हथियारों और कारतूसाें के साथ गिरफ्तार किया था। रोहन मसीह इस समय स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) अमृतसर के पास रिमांड पर है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि जांच में यह सामने आया है कि हैप्पी पासीया ने पंजाब में अपने साथियों के माध्यम से आरोपिताें को विस्फोटक सामग्री, हथियार और लॉजिस्टिक सहायता के अलावा कुछ वित्तीय सहायता की भी उपलब्ध कराई की। उन्होंने बताया कि अपराध को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपित अमृतसर गए और फिर दोनों ने अपने रास्ते अलग हो गए थे। उन्होंने बताया कि विशाल पहले जम्मू-कश्मीर गया और वहां से दिल्ली चला गया, जहां पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि जांच में यह भी सामने आया है कि हैप्पी पासीया ने घटना को अंजाम देने वाले व्यक्तियों को भ्रमित करने के लिए शुरुआत में कुछ फंड दिया और घटना को अंजाम देने के बाद और उन्हें अधिक पैसे देने का वादा किया था। उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपिताें ने हैप्पी पासीया से संपर्क किया, लेकिन उन्हें हैप्पी पासीया से केवल बहाने मिले और बाद में उसने उनका फोन उठाना भी बंद कर दिया।
इस मामले में पूरी जानकारी देते हुए एआईजी एसएसओसी अमृतसर सुखमिंदर सिंह मान ने बताया कि इस पूरी साजिश और हैप्पी पासीया के स्थानीय नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस के साथ समन्वय से इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने आरोपित विशाल मसीह को कोर्ट में पेश कर 20 सितंबर 2024 तक के लिए रिमांड पर लिया गया है।