
रायपुर । छत्तीसगढ़ में इन दिनाें उत्तर से आ रही हवा के चलते कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रायपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग में कई जगहों पर शीतलहर चल रही है। मौसम विभाग ने आज उत्तरी छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में शीत लहर चलने की चेतावनी दी है।सरगुजा संभाग के अनेक जिलों में पाले की स्थिति बनी हुई है। बलरामपुर प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। वहां पारा 3.3 डिग्री पर रहा। प्रदेश में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर चुका है।
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सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में ठंड में और वृद्धि दर्ज की गई। राजधानी रायपुर में न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि रायपुर के नजदीकी माना क्षेत्र में तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो सामान्य से 5.8 डिग्री कम है।इसके अतिरिक्त, बिलासपुर में पारा 10.6 डिग्री, पेंड्रारोड में 6.6 डिग्री, अंबिकापुर में 4.0 डिग्री, जगदलपुर में 8.5 डिग्री, दुर्ग में 7.2 डिग्री और राजनांदगांव में 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पारा लुढ़कने से पिछले 10 सालों का रेकॉर्ड भी टूट गया है। न्यूनतम तापमान इतना कम 16 दिसंबर को दर्ज किया गया। इसके पहले 29 दिसंबर 2014 को 9.2, 30 दिसंबर 2018 को 8.9, 28 दिसंबर 2019 को 9.6 व 21 दिसंबर 2021 को 9.2 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों में उत्तरी छत्तीसगढ़ के जिलों के न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री तथा दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिलों के न्यूनतम तापमान में चार से छह डिग्री की क्रमिक वृद्धि हो सकती है। 17 दिसंबर से प्रदेश में बादल छाए रहने तथा 18 दिसंबर से दक्षिण छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।मौसम विभाग ने यह भी बताया कि दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।इस चक्रवाती परिसंचरण का प्रभाव औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। अगले दो दिनों के दौरान इसका असर और अधिक बढ़ सकता है और यह पश्चिम-उत्तर पश्चिम की दिशा में तमिलनाडु के तट की ओर बढ़ने की संभावना है।

