सेहत को कैसे प्रभावित करता है वर्क प्रेशर
नई दिल्ली। पैसों की कमी व्यक्ति से कुछ भी करवा सकती है,यहां तक कि व्यक्ति को अपनी योग्यताओं और इच्छाओं के साथ समझौता करने पर भी मजबूर कर देती है। यही वजह है कि आर्थिक तंगी में व्यक्ति छोटे से छोटा काम भी कम सैलरी पर करने को तैयार हो जाता है, क्योंकि उसे अपनी फैमिली की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना पड़ता है। ऐसे कंडीशन में व्यक्ति का सेल्फ रिस्पेक्ट और सैटिफैक्शन का स्तर घट सकता है,फिर भी वह जीवन जीने के लिए हर काम स्वीकार कर लेता है। लेकिन इसका असर उसके मानसिक स्वास्थ्य पर और उसकी पूरी फैमिली पर पड़ता है, जिसे पूरे परिवार को भुगतना पड़ता है। तो आईए जानते हैं अधिक काम को कम वेतन पर करना कैसे सेहत से समझौता-
मानसिक तनाव
कम वेतन और अधिक काम के कारण व्यक्ति लगातार आर्थिक दबाव में रहता है, जिससे स्ट्रेस और एंजाइटी बढ़ती है। इसका मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ सकता है।
नींद की कमी
काम के लंबे समय के कारण नींद पूरी नहीं हो पाती है। नींद की कमी से शरीर की ऊर्जा कम होती है जिससे इम्यून पॉवर कमज़ोर पड़ने लगती है।
अनहेल्दी लाईफ स्टाइल में अनहेल्दी फूड्स का सेवन
काम के प्रेशर और आर्थिक तंगी के कारण लोग जल्दी तैयार होने वाले अनहेल्दी फूड्स का सहारा लेते हैं, जिससे शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता है।
शारीरिक थकान
त्यधिक काम करने से शरीर को आराम नहीं मिल पाता है, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव और थकावट बनी रहती है। यह व्यक्ति की सेहत को लंबे समय के लिए प्रभावित कर सकता है।
मानसिक और शारीरिक ऊर्जा में कमी
अधिक काम के कारण व्यक्ति थकान महसूस करता है, जिससे उसका मानसिक और शारीरिक काम करने की क्षमता कमज़ोर पड़ने लगती है और इससे काम का प्रदर्शन भी कम हो जाता है।
ऐसे में जीवन को मौज-मस्ती के साथ ऐसे जीएं
कठिन परिस्थितियों में भी छोटी-छोटी खुशियों को अपना बनाएं। स्क्रीन से दूरी बनाएं, दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं, अपनी पसंद के शौक को समय दें,और छोटी उपलब्धियों का भी जश्न मनाएं। ऐसे सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने से जीवन में संतुलन और खुशी बनी रहती है।