
अगर आपको कोई फर्जी कॉल करके किया परेशान, आपके नंबर हो जाएंगे ब्लैकलिस्ट
अगर आपको कोई फर्जी कॉल करके किया परेशान, आपके नंबर हो जाएंगे ब्लैकलिस्ट
सरकार की तमाम कोशिशों को बावूजद फर्जी कॉल का सिलसिला जारी है। ट्राई की ओर से एआई फीचर समेत कई तरह के सिस्टम पेश किए गए, जिससे फेक कॉल की समस्या से छुटकारा मिल सके। हालांकि फेक कॉल की समस्या पर ज्यादा कामयाबी नहीं मिली थी। इसके बाद ट्राई ने फेक कॉल की समस्या के प्रति टेलिकॉम कंपनियों की जिम्मेदारी की है। मतलब अगर ग्राहक को फेक कॉल करके परेशान किया जाता है। और ग्राहक की तरफ से इसकी शिकायत मिलती हैं, तो इसके लिए टेलिकॉम कंपनियों को जिम्मेदारी लेनी होगी। साथ ही फर्जी कॉल करने वाले को कम से कम 2 साल के लिए ब्लैकलिस्ट करना होगा।

फर्जी कॉल करने वालों से सख्ती से निपटेगा ट्राई
टेलिमार्केटिंग और प्रमोशन मैसेज करने वाली कंपनियों का एक बड़ा तंत्र मौजूद है, जो फ्रॉड के नए-नए तरीके निकालता रहता है, जिससे बचने के लिए ट्राई नए नियम लेकर आ रही है। ऐसी टेलिकॉम कंपनियों के खिलाफ ट्राई काफी सख्ती से निपट रहा है। ट्राई ने कहा कि फर्जी और प्रमोशनल कॉल के लिए गलत तरीकों को अपनाया जा रहा है, जो नियमों के खिलाफ है। बता दें कि इन दिनों रोबो कॉल, वॉयस कॉल, प्री-रिकॉर्डेड कॉल के लिए एसआईपी या पीआरआई कनेक्शन का उपयोग करने वालों की संख्या बढ़ गई है। ट्राई ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक एक्शन प्लान बनाया गया है।\
ट्राई ने बुलाई बैठक
ट्राई के चेयरमैन अनिल कुमार लाहोटी ने इस मामले में एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें रेगुलेटर फर्जी कॉल पर रोक लगाने के निट्रयम में बदलाव करना था। इस मीटिंग में रिलायंस जियो, एयरटेल, बीएसएनएल, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड, टाटा टेलीसर्विसेज लिमिटेड, क्वाड्रेंट टेलीवेंचर्स लिमिटेड, और वी-कॉन मोबाइल एंड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों ने हिस्सा लिया है।