
भारत -इंग्लैंड टेस्ट : भारत की जीत के लिए बुमराह का चलना जरूरी, खामोश रहा है जो रूट का बल्ला
लंदन। भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट लीड्स में शुक्रवार से शुरू होगा। शुभमन गिल के नेतृत्व में एक युवा टीम इंडिया इस दौरे पर गई है। इसी के साथ टीम इंडिया के एक नए युग की शुरुआत हो जाएगी। इस सीरीज में काफी कुछ भारत के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर निर्भर होगा। वहीं, इंग्लैंड की टीम भी काफी हद तक अपने सबसे अनुभवी बल्लेबाज जो रूट पर निर्भर होगी। ऐसे में जब ये दोनों आमने-सामने आएंगे तो दिलचस्प टक्कर देखने को मिलेगी। पिछली कुछ सीरीज में बुमराह रूट पर भारी साबित हुए हैं। ऐसे में अगर बुमराह इस सीरीज में चलते हैं और रूट का विकेट आसानी से निकालने में कामयाब होते हैं तो टीम इंडिया के लिए मौका बन सकता है।
बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली सीरीज में वन मैन आर्मी रहे थे। उन्होंने इस दौरे पर 32 विकेट निकाले थे। भारत ने जो एकमात्र टेस्ट जीता था, उसमें बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी की थी। वहीं, भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट भी जीत जाती अगर बुमराह चोटिल होकर मैदान से बाहर नहीं गए होते। अब वह इंग्लैंड की परिस्थितियों में भी उस कमाल को दोहरा सकते हैं। इंग्लैंड की पिच भी तेज गेंदबाजों को मदद करती है। रूट के लिए उन्हें खेलना आसान नहीं होगा। बुमराह ने टेस्ट में रूट को 24 पारियों में नौ बार आउट किया है। रूट टेस्ट में बुमराह के सबसे पसंदीदा शिकार रहे हैं। इसके बाद पैट कमिंस (8 बार) और ट्रेविस हेड (6 बार) का नंबर आता है। बुमराह ने रूट को एक बार बोल्ड, चार बार कैच आउट, एक बार विकेट के पीछे कैच कराया है। तीन बार बुमराह ने रूट को एल्बीडब्ल्यू आउट किया है।
वहीं, रूट बुमराह के खिलाफ 31.77 की औसत से 286 रन ही बना सके हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 51.16 का रहा है। बुमराह के खिलाफ रूट ने कुल मिलाकर 559 गेंदों का सामना किया है और 411 डॉट गेंदें खेली हैं। रूट ने भारतीय तेज गेंदबाज के खिलाफ 36 चौके लगाए हैं। ऐसे में दोनों के बीच इस सीरीज में दिलचस्प टक्कर देखने को मिलेगी। दोनों ही खिलाड़ी मिशन पर हैं। एकतरफ बुमराह SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) में 150 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बनने से पांच विकेट दूर हैं। इतना ही नहीं एक पांच विकेट हॉल से वह SENA देशों में 10 बार पांच विकेट हॉल लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बन जाएंगे।