
महाशिवरात्रि के दिन इन मुहूर्तों में करें महाकुंभ का अमृत स्नान
महाकुंभ का पावन पर्व, जो 13 जनवरी से शुरू हुआ था, 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन आखिरी स्नान के साथ संपन्न होगा। इस दौरान, देश भर से आए हुए संत, साधु और श्रद्धालुओं ने संगम में अपनी आस्था की डुबकी लगाई। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर पहला अमृत स्नान हुआ।
इसके बाद, मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान हुआ। तीसरा अमृत स्नान बसंत पंचमी के दिन हुआ। तीसरे स्नान के बाद, कई संत-महात्मा अपने-अपने अखाड़ों की ओर प्रस्थान कर गए। महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान किया जाएगा। महाकुंभ के अंतिम दिन, महाशिवरात्रि के अवसर पर, त्रिवेणी संगम या किसी भी पवित्र नदी में स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है। यह स्नान मोक्ष देने वाला माना जाता है और यह व्यक्ति के पापों को नष्ट करके पुण्य प्रदान करता है। अब ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन किन मुहूर्त में अमृत स्नान सौभाग्यशाली माना जाता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
महाकुंभ के आखिरी शाही स्नान
माघ पूर्णिमा के बाद, महाकुंभ का अंतिम और महत्वपूर्ण स्नान महाशिवरात्रि के पवित्र अवसर पर होगा। इस वर्ष, महाशिवरात्रि की शुभ तिथि 26 फरवरी को सुबह 11:08 बजे से शुरू होगी। यह तिथि 27 फरवरी को सुबह 8:54 बजे समाप्त होगी। चूंकि महाशिवरात्रि की पूजा विशेष रूप से रात्रि में की जाती है, इसलिए व्रत का पालन 26 फरवरी को किया जाएगा। इसी दिन महाकुंभ मेले का विधिवत समापन भी होगा।

महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ स्नान के शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, अंतिम महा स्नान के लिए विशेष शुभ मुहूर्त यहां पढ़ें।
ब्रह्म मुहूर्त – प्रात: 5:09 बजे से 5:59 बजे तक।
प्रात: संध्या- प्रात: 5:34 बजे से 6:49 बजे तक।
अमृत काल- प्रात: 7:28 बजे से 9:00 बजे तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर दिन के 2:29 बजे से 3:15 बजे तक।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 6:17 बजे से 6:42 बजे तक।
महाशिवरात्रि के दिन 7 ग्रह सीधी लाइन में आएंगे नजर
प्रयागराज संगम की पवित्र भूमि है। यहां गंगा में स्नान करने से हमेशा शुभ फल मिलता है। कुंभ का आयोजन खगोलीय ग्रहों के विशिष्ट प्रभाव के कारण होता है, और यह प्रभाव 26 तारीख तक रहेगा। इस अवधि के दौरान गंगा स्नान का विशेष लाभ प्राप्त होगा। इसके बाद गंगा स्नान का सामान्य फल मिलेगा। वहीं महाकुंभ के दौरान एक ऐसा खगोलीय घटना होने जा रहा है। जो सभी जातकों के लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आया है। आपको बता दें, महाशिवरात्रि के दिन 7 ग्रह सीधी लाइन में नजर आएंगे। जो शुभता और सकारात्मकता का संचार करेंगे।
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