
पारदर्शी धान खरीदी व्यवस्था से किसानों को राहत, धान विक्रय हुआ सुगम….
रायपुर: प्रदेश में लागू पारदर्शी, सुव्यवस्थित और समयबद्ध धान खरीदी व्यवस्था से किसानों को बड़ी राहत मिल रही है। राज्य के विभिन्न जिलों में संचालित उपार्जन केंद्रों पर अब धान विक्रय प्रक्रिया पहले की तुलना में अधिक सरल, सुगम और किसान-हितैषी हो गई है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सरगुजा जिले के अंबिकापुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सरगंवा के किसान श्री जगदीश सिंह ने बताया कि इस वर्ष धान की उपज बेहतर रही है। उन्होंने कहा कि उनके पास कुल 70.80 क्विंटल धान का रकबा है। श्री सिंह ने नमनाकला धान उपार्जन केंद्र से अपना टोकन कटवाया, जहां पहले चरण में 46 क्विंटल धान का टोकन बिना किसी कठिनाई के काटा गया।
किसान जगदीश सिंह ने बताया कि उपार्जन केंद्र पहुंचते ही गेट पास जारी किया गया, नमी परीक्षण की प्रक्रिया त्वरित रूप से पूरी की गई और उन्हें तत्काल बारदाना उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि धान विक्रय की संपूर्ण प्रक्रिया सरल, सुव्यवस्थित और पारदर्शी रही। केंद्र पर किसानों के लिए पेयजल, बैठने और छांव जैसी मूलभूत सुविधाएं भी सुनिश्चित की गई हैं, जिससे किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य दिया जा रहा है, जिससे किसानों को सीधा और व्यापक लाभ मिल रहा है। धान विक्रय से प्राप्त राशि का उपयोग वे गेहूं, सरसों, सब्जी सहित अन्य फसलों की खेती में कर रहे हैं, जिससे उनकी आय में निरंतर वृद्धि हो रही है।
किसान जगदीश सिंह ने वर्तमान धान खरीदी व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रणाली किसानों के हित में अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय तथा राज्य शासन के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रदेशभर में जिला प्रशासन द्वारा धान उपार्जन केंद्रों पर पारदर्शिता, सुविधा और त्वरित सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे धान खरीदी अभियान राज्य स्तर पर सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है।

