रायपुर। कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर आज निगम कमिश्नर ने अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें अच्छे काम करने वालों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वहीं कार्य में लापरवाही करने वालों की जमकर क्लास लेकर फटकार लगाई।
निगम मुख्यालय भवन व्हाइट हाउस में आज दोपहर घण्टे भर तक चली बैठक में अधिकारियों को हार्ड तथा साफ्ट कापी देकर कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसमें मुख्यालय के साथ जोनों के अधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी गई है। अपर आयुक्त राजेन्द्र कुमार गुप्ता, अपर आयुक्त विनोद पांडे,अपर आयुक्त कृष्णा खटीक, उपायुक्त ए के हलदार, उपायुक्त उपायुक्त आर के डोंगरे, उपायुक्त देशलहरे और अधीक्षण अभियंता राजेश शर्मा को काम सौपकर उनके लिए टाईम लिमिट में काम करने के निर्देश दिए गए। अन्य अधिकारियों को भी काम सौपकर टाईम लिमिट भी दिया गया।
बैठक के दौरान फील्ड में नहीं घूमने वालों पर कमिश्नर श्री मिश्रा जमकर भड़के। उन्हें नाम लेकर फटकार लगाई। श्री मिश्रा ने कहा कि जोन कमिश्नर तथा जोनों में तैनात कार्यपालन अभियंताओं को अधिक कार्य नहीं सौपा गया है। वे सप्ताह में तीन दिन सुबह और शाम फील्ड का निरीक्षण करें। कोई कमी रही तो तत्काल निराकरण करें। किसी भी प्रकार की शिकायत उनके पास नहीं आनी चाहिए। जलकार्य से जुड़े अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि मई महीने के अंत तक वे ज्यादा से फील्ड पर रहकर कार्य करें।
कमिश्नर श्री मिश्रा ने कहा कार्यों की जो सूची बनाई गई है, उसमें एक – एक अधिकारी को काम सौंपने के अलावा कई कार्यों के सम्पादन के दूसरे अधिकारियों को भी उसमें जोड़ा गया है। ऐसे कार्य उन्होंने समन्वय कर सम्पादित करने करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वे कारपोरेट क्षेत्र में काम कर चुके हैं। कारपोरेट क्षेत्र में समन्वय कर बड़े से बड़े कार्य किये जाते हैं। उन्होंने अधिकारियों को यहां भी उसी तरह से काम करने के निर्देश दिए।
बैठक में विकास के कार्यों , जलप्रदाय के कार्यों सफाई आदि मुद्दों पर भी चर्चा की गई। कमिश्नर श्री मिश्रा ने कहा कि अब वह हर कार्य के लिए टाईम लिमिट तय करेंगे। इसकी प्रत्येक सप्ताह समीक्षा की जाएगी। बैठक के अंत में अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों को डायरी और पेन देकर सम्मानित किया गया। गुढ़ियारी आगजनी की घटना में जोरदार काम करने के लिए उपायुक्त श्री डोंगरे और जोन के ई ई जसप्रीत भामरा, डेढ़ सौ बसों की योजना बनाकर प्रस्ताव केंद्र को भेजने और डेढ़ सौ बसों की स्वीकृति मिल जाने पर कार्यपालन अभियंता प्रदीप यादव तथा अन्य अधिकारियों को सम्मानित भी किया गया।