
टाटा क्लासएज और समसिध स्कूल्स की ये जोड़ी तो कमाल कर रही है! शिक्षा को बेहतर बनाने और बच्चों को ‘इंसान’ बनाने की दिशा में एक नया कदम! टाटा क्लासएज, जो टाटा ग्रुप का ही एक हिस्सा है, और समसिध स्कूल्स, दोनों मिलकर बच्चों की पढ़ाई को एकदम नया रंग देने वाले हैं। इनका मकसद है, बच्चों को ऐसी पढ़ाई देना जो सिर्फ़ किताबी ज्ञान तक सीमित न रहे, बल्कि उन्हें सोचने-समझने का सही तरीका सिखाए। टाटा क्लासएज के चेयरमैन श्री के.आर.एस. जमवाल जी ने कहा कि, “हम चाहते हैं कि बच्चे परंपरा और टेक्नोलॉजी दोनों का सही इस्तेमाल करें।” मतलब, पुरानी अच्छी बातें भी रहें और नई तकनीक का भी भरपूर इस्तेमाल हो। समसिध स्कूल्स के वासा श्रीनिवास राव जी का कहना है कि, “हम बच्चों में अच्छे संस्कार और अच्छी सोच जगाना चाहते हैं।” मतलब, बच्चों को सिर्फ़ होशियार ही नहीं, बल्कि दिल से अच्छा इंसान भी बनाना है।

इस साझेदारी से क्या होगा?
- क्लासरूम में नई टेक्नोलॉजी आएगी, जिससे पढ़ाई मज़ेदार बनेगी।
- बच्चों को अच्छा इंसान और लीडर बनने में मदद मिलेगी।
- टाटा क्लासएज और समसिध दोनों की अच्छी बातें बच्चों को मिलेंगी।
- बच्चों में ज़रूरी हुनर, जैसे कि सोचने-समझने की क्षमता और टीम वर्क, बढ़ेगा।
ये साझेदारी, समसिध के सभी स्कूलों में लागू होगी, और उनके नए स्कूलों में भी! टाटा क्लसएज के डायरेक्टर तरुण भोजवानी जी का कहना है कि, “हम चाहते हैं कि टीचर्स को भी टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल करना आए।” समसिध स्कूल्स की सीईओ इंदु सन्नू जी का कहना है कि, “पढ़ाई का असली मकसद है, अच्छे इंसान बनाना।” कुल मिलाकर, ये साझेदारी स्कूलों के लिए एक मिसाल बनेगी। जहाँ टेक्नोलॉजी, संस्कार और क्रिएटिविटी, सब मिलकर बच्चों को फ्यूचर के लिए तैयार करेंगे! टाटा क्लासएज, टाटा ग्रुप का ही एक हिस्सा है, जो स्कूलों में डिजिटल एजुकेशन को आसान बनाता है। और समसिध स्कूल्स, बच्चों के संपूर्ण विकास पर ज़ोर देता है। तो, देखा आपने? ये जोड़ी कमाल की है! बच्चों की पढ़ाई को बेहतर बनाने और उन्हें एक अच्छा इंसान बनाने के लिए, ये एक शानदार पहल है!