सन 1715 में खुला था देश का पहला प्राइवेट स्कूल,जानें कहां हुआ था शुरू
नई दिल्ली। हमारे देश में गुरुकुल से लेकर अब तक स्कूल/ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों का लंबा इतिहास रहा है। हम सभी को इस बारे में जानने की उत्सुकता रहती है। लेकिन इससे हटके क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में पहले अंग्रेजी मीडियम प्राइवेट स्कूल की स्थापना कब की गई थी। अगर नहीं- तो आप इस पेज से देश के पहले प्राइवेट स्कूल की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
भारत में पहले अंग्रेजी मीडियम प्राइवेट स्कूल की स्थापना अंग्रेजों द्वारा 1715 में की गई थी। इस स्कूल का नाम सेंट जॉर्ज एंग्लो-इंडियन स्कूल है जो चेन्नई में स्थित है। इसे भारत का पहला प्राइवेट स्कूल कहा जाता है।
आपको बता दें कि शुरुआत में इस स्कूल में एडमिशन केवल अंग्रेजों के बच्चों को ही दिया जाता है। यह स्कूल कुल 21 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें अंग्रेजों के बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए छात्रावास से लेकर, पुस्तकालय एवं खेलने के लिए ग्राउंड आदि भी उपलब्ध था।
वर्तमान समय में इस स्कूल में नर्सरी से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई करवाई जाती है। इस समय स्कूल में छात्रों की संख्या 1500 से ज्यादा है। वर्तमान समय में स्कूल में लाइब्रेरी एवं कंप्यूटर कक्ष भी उपलब्ध है जिससे स्टूडेंट्स बेहतर किताबों के साथ कंप्यूटर का ज्ञान भी हासिल कर सकें। इस स्कूल के क्लासरूम सहित अन्य कुछ जगहों को चेन्नई शहर की मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी की 400 विरासत संरचनाओं की सूची में शामिल किया गया है।