उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक ने अपने नेटवर्क का विस्तार करते हुए, अपनी नई शाखा छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में खोली
इसके साथ ही बैंक की 20 शाखाएं छत्तीसगढ़ में और देश भर में कुल 930 शाखाएं हो गईं
रायपुर: उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक लिमिटेड (उत्कर्ष एसएफबीएल) ने आज छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर में अपनी नई शाखा की शुरू की। इस नई शाखा की शुरूआत से, छत्तीसगढ़ में कुल शाखाओं की संख्या सैंतिस (20) और देश भर में कुल संख्या 930 तक पहुंच गई है। इस नई शाखा की शुरूआत के अवसर पर बोलते हुए उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री गोविंद सिंह ने कहा, “हमें इस बात की खुशी है कि हमारे बैंकिंग नेटवर्क का विस्तार छत्तीसगढ़ में मजबूती से हो रहा है। नई शाखा इस बात का प्रमाण है कि हम राज्य में अपना विस्तार कर उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। बिलासपुर अपने सांस्कृतिक और आर्थिक योगदान के लिए मशहूर है, जहां विकास के सभी तरह के अवसर उपलब्ध हैं। इस नए बैंकिंग आउलेट के खुलने का लाभ सिर्फ स्थानीय लोगों तक सीमित न होकर आर्थिक विकास, वित्तीय सहभागिता में भी महत्वपूर्ण होगा जिससे स्थानीय जनता को संबल मिलेगा।“ बैंक के द्वारा अपने ग्राहकों को तमाम तरह के वित्तीय उत्पाद और सेवाएं प्रदान कराई जाती हैं जिनमें सेविंग और करेंट अकाउंट्स, फिक्स्ड डिपाजिट और रेकरिंग डिपाजिट जैसी सेवाएं शामिल हैं। ग्राहकों की आर्थिक महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए, बैंक कई तरह के लोन उत्पाद- जैसे हाउसिंग लोन, बिजनेस लोन और संपत्ति के एवज में लोन उपलब्ध कराती है। बैंक के पास बहुत ही अच्छा बैंकिंग आउटलेट इंफ्रास्ट्रक्चर है, डिजिटल बैंकिंग की सुविधाएं और एटीएम का नेटवर्क है जिससे बैंक अपने ग्राहकों को हर तरह की सेवाएं उपलब्ध कराने में सक्षम है। इसके अलावा बैंक दूसरे तरह की सुविधाएं जैसे इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) और काल सेंटर की सेवाएं भी उपलब्ध कराती है।
उत्कर्ष एसएफबीएल का मकसद उन लोगों तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाना है जिन लोगों तक बैंकिंग सेवाएं नहीं पहुंच सकी हैं या कम पहुंची हैं। बैंक ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की अपनी कोशिश में माइक्रो-बैंकिंग लोन (जेएलजी लोन), एमएसएमई लोन, हाउसिंग लोन औऱ संपत्ति के एवज में लोन उपलब्ध करवाती है। इसके अलावा बैंक उन ग्राहकों को बैंक अकाउंट खोलने की सुविधा भी उपलब्ध कराती है जो किन्हीं कारणों से बैंक नहीं पहुंच सकते, ऐसे ग्राहक बैंक के टैबलेट आधारित एप्लिकेशन माडल, “डिजी आन-बोर्डिंग” का सहारा ले सकते हैं।