
नई दिल्ली। भारतीय महिला टीम ने आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल मैच को 5 विकेट से अपने नाम करने के साथ फाइनल के लिए अपनी जगह को पक्का कर लिया है। टीम इंडिया के लिए डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये मैच बिल्कुल भी आसान नहीं रहने वाला था, क्योंकि उन्होंने लीग स्टेज में एक भी मुकाबले में हार का सामना नहीं किया था। भारतीय टीम को सेमीफाइनल में जीत के लिए 339 रनों का बड़ा टारगेट मिला था, जिसका पीछा उन्होंने 48.3 ओवर्स में 5 विकेट के नुकसान पर कर लिया, जिसमें नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने उतरी जेमिमा रोड्रिग्ज के बल्ले से 127 रनों की नाबाद ऐतिहासिक पारी देखने को मिली जिसके दम पर टीम इंडिया ने फाइनल में अपनी जगह को पक्का किया। वहीं इस मैच के बाद जेमिमा रोड्रिग्ज काफी भावुक भी दिखाई दी जिसमें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड लेते समय उन्होंने अपनी मानसिक स्थिति को लेकर भी बड़ा खुलासा किया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!मैं मानसिक रूप से ठीक नहीं थी काफी चिंता से गुजर रही थी
जेमिमा रोड्रिग्ज को ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में शानदार मैच विनिंग पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया, जिसके बाद उन्होंने अपने इस प्रदर्शन को लेकर कई बड़े खुलासे भी किए। जेमिमा की आंखों में जहां इस दौरान आंसू देखने को मिले तो वहीं उन्होंने कहा कि मैं ईश्वर का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं, मैं ये अकेले नहीं कर सकती थी। मैं अपनी मां, पिता, कोच और हर उस व्यक्ति का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं जिसने मुझ पर विश्वास जताया। पिछला महीना वाकई मेरे लिए बहुत मुश्किल था, ये एक सपने जैसा लगता है और अभी तक मेरे अंदर नहीं उतरा है।
मुझे नहीं पता था कि मैं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर रही हूं। मैं उस समय नहा रही थी, बस उन्होंने बताया कि मुझे बता दें। मैदान में उतरने से 5 मिनट पहले, मुझे बताया गया कि मैं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर रही हूं। मैंने अपने बारे में नहीं देश के लिए ये मैच जीतना चाहती थी और इसे आगे भी जारी रखना चाहती हूं। आज का दिन मेरे अर्धशतक या शतक के बारे में नहीं था, बल्कि देश को जिताने के बारे में था। अब तक जो कुछ भी हुआ, वो इसी की तैयारी थी। पिछले साल, मुझे इस विश्व कप से बाहर कर दिया गया था। मैं अच्छी फॉर्म में थी। लेकिन लगातार कुछ न कुछ होता रहा और मैं कुछ भी नियंत्रित नहीं कर पाई। इस दौरे में मैं लगभग हर दिन रोई हूं। मानसिक रूप से ठीक नहीं थी चिंता से गुज़र रही थी।
पहली बार वर्ल्ड कप के इतिहास में नॉकआउट मैच में 300 प्लस टारगेट हुआ चेज
भारतीय महिला टीम अब महिला वनडे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रनों का सफलतापूर्वक पीछा करने वाली टीम बन गई है। वहीं पुरुष और महिला वनडे वर्ल्ड कप नॉकआउट मैचों में अभी तक का ये सबसे बड़ा रन चेज भी हो गया है। इससे पहले साल 2015 में न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका के बीच ऑकलैंड के मैदान पर खेले गए वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच में कीवी टीम ने 298 रनों के टारगेट का सफलतापूर्वक पीछा किया था, जिसे अब भारतीय महिला टीम ने पीछे छोड़ दिया है।
