
दुर्ग: तालाबों की सफाई के लिए आई नई मशीन, अब जलकुंभी की समस्या से मिलेगी राहत
दुर्ग शहर के तालाबों और नदियों में फैली जलकुंभी की समस्या को दूर करने के लिए विधायक गजेन्द्र यादव के प्रयासों से नगर निगम को एक अत्याधुनिक पोंड क्लीनर मशीन मिली है। इस मशीन के आने से तालाबों, नालों और शिवनाथ नदी के पास स्थित इंटकवेल की सफाई बेहतर ढंग से हो सकेगी। इससे पानी में फंसने वाले कचरे के कारण पेयजल आपूर्ति बाधित होने की समस्या भी दूर होगी।

ट्रायल के दौरान जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे मौजूद
दुर्ग नगर निगम को हैंडओवर की गई इस मशीन का आज सफल ट्रायल किया गया। इस मौके पर महापौर अलका बाघमार, निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल, और नवनिर्वाचित पार्षद गुलाब वर्मा, लीलाधर पाल, देवनारायण चंद्राकर, कांशीराम कोसरे समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
विधायक गजेन्द्र यादव की मेहनत से दुर्ग को मिली यह मशीन
शहर विधायक गजेन्द्र यादव की लगातार कोशिशों के बाद पहली बार दुर्ग नगर निगम को इस मशीन को खरीदने की अनुमति मिली। लगभग 1.5 करोड़ रुपये की लागत से खरीदी गई यह मशीन तालाबों की ऊपरी सतह पर जमी जलकुंभी और 5 फीट गहराई तक की खरपतवार को आसानी से साफ कर सकेगी।
डल झील और हुसैन सागर जैसी झीलों में भी होती है इस तकनीक का उपयोग
यह हाई-टेक मशीन पहले से ही जम्मू की डल झील और हैदराबाद की हुसैन सागर झील में सफाई के लिए इस्तेमाल हो रही है। अब इस तकनीक का फायदा दुर्ग के तालाबों और नालों की सफाई में भी मिलेगा, जिससे जलभराव और जलकुंभी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकेगा।
नालों और इंटकवेल की सफाई से सुधरेगी जल निकासी व्यवस्था
बारिश के दौरान नालों में जलकुंभी बढ़ जाने से पानी का प्रवाह रुक जाता है, जिससे शहर में जलभराव की समस्या खड़ी हो जाती है। इसके अलावा, दुर्ग नगर निगम के इंटकवेल के पास स्थित सायफन में जलकुंभी फंसने से पंप हाउस की जल आपूर्ति बाधित होती थी। इस परेशानी को दूर करने के लिए विधायक गजेन्द्र यादव लगातार प्रयास कर रहे थे, और अब उनके प्रयासों से यह एक्वेटिक वीड हार्वेस्टर मशीन दुर्ग को मिली है।
छत्तीसगढ़ का पहला पोंड क्लीनर मशीन
यह छत्तीसगढ़ का पहला पोंड क्लीनर मशीन है, जो किसी भी नगर निगम को दी गई है। दुर्ग में कई तालाबों में जलकुंभी और अन्य जलमग्न खरपतवार की समस्या बनी हुई थी, जिससे लोगों को काफी दिक्कतें हो रही थीं। विधायक गजेन्द्र यादव ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए शासन से इस मशीन की मांग की थी। अब यह मशीन शहर के तालाबों, नालों और अन्य जल निकायों की सफाई में अहम भूमिका निभाएगी और लोगों को स्वच्छ जल स्रोत उपलब्ध कराने में मदद करेगी।