
मानसून के बाद: उत्तराखंड में सड़कों पर दौड़ेंगे विकास के पहिये!-उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में एक उच्च-स्तरीय बैठक में अधिकारियों को एक महत्वपूर्ण निर्देश दिया: मानसून के बाद निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए! अब जब बारिश का मौसम खत्म हो गया है, तो राज्य सरकार का ध्यान सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने पर है। यह कदम न केवल जनता के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि राज्य के विकास को भी गति देगा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सड़कों की मरम्मत और निर्माण में तेजी-मुख्यमंत्री धामी ने विशेष रूप से लोक निर्माण विभाग को सड़कों की मरम्मत और निर्माण कार्यों में तेजी लाने का आदेश दिया है। इसका मतलब है कि अब आप उत्तराखंड की सड़कों पर पहले से बेहतर और सुगम यात्रा की उम्मीद कर सकते हैं। सरकार का लक्ष्य है कि सड़कों को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए ताकि लोगों को यात्रा करने में कोई परेशानी न हो। यह सुनिश्चित करने के लिए, अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे सभी निर्माण परियोजनाओं को समय पर पूरा करें।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं! गुणवत्ता पर ज़ोर-मुख्यमंत्री धामी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सड़क निर्माण और मरम्मत कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जिन क्षेत्रों से बार-बार सड़क खराब होने की शिकायतें मिल रही हैं, वहां विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। सरकार चाहती है कि उत्तराखंड की जनता को बेहतर और सुरक्षित सड़कें मिलें, जो उनके जीवन को आसान बनाएं।
गड्ढा मुक्त सड़क अभियान: निगरानी और समय सीमा-सीएम धामी ने अधिकारियों को गड्ढा मुक्त सड़क अभियान की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा करने का आदेश दिया है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया है कि 31 अक्टूबर तक सभी मुख्य सड़कों पर पैच वर्क का काम पूरा हो जाए। इससे न केवल यात्रियों को यात्रा करने में आसानी होगी, बल्कि ट्रैफिक भी सुचारू रूप से चलेगा। इस अभियान की निगरानी उच्चाधिकारियों द्वारा नियमित रूप से की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि काम समय पर और गुणवत्ता के साथ हो रहा है।

