Entertainment News : अमिताभ बच्चन जब हो रहे थे फ्लॉप, मुंबई छोड़ने की कर चुके थे प्लानिंग, चमक गई किस्मत
Entertainment News : अमिताभ बच्चन जब हो रहे थे फ्लॉप, मुंबई छोड़ने की कर चुके थे प्लानिंग, चमक गई किस्मत
दिल्ली. बॉलीवुड में स्टार तो कई हैं. उनमें से कुछ सुपरस्टार भी बने, लेकिन महानायक सिर्फ एक ही है और वह नाम है अमिताभ बच्चन. अमिताभ बच्चन अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों तमें काम कर चुके हैं. उन्होंने हिंदी सिनेमा की उन फिल्मों के लिए काम किया, जिसको भूल पाना मुश्किल ही नहीं मुमकिन हैं. ‘परंपरा, प्रतिष्ठा, अनुशासन, ये इस गुरुकुल के तीन स्तंभ हैं’, ‘मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता…’, ‘डॉन का इंतजार तो ग्यारह मुल्कों की पुलिस कर रही है…लेकिन डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है’. ये कुछ ऐसे डायलॉग्स हैं, जिनको लोग आज भी अपनी आम बोलचाल की बातचीत में इस्तेमाल करते हैं. ‘शहंशाह’, ‘कुली नंबर वन’, ‘शोले’ और ‘जंजीर’ जैसी ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाले अमिताभ बच्चन ने एक बार मुंबई छोड़ वापस जाने का फैसला कर लिया था.
सिनेमा में जब भी जो आया, अपनी आंखों में हसीन सपनों के साथ पहुंचा. किसी के सपने पूरे हो कोई पहले ही इंडस्ट्री को अलविदा कह गया. सदी के महानयक बॉलीवुड में एक्टिंग के लिए पहुंचे तो उन्हें पर्दे पर पहला मौका निर्देशक ख्वाज़ा अहमद अब्बास ने दिया. फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ में डेब्यू करने के बाद वो बड़ा हीरो बनना चाहते थे. मौके मिले, लेकिन एक के बाद एक लगातार फिल्में फ्लॉप होती गई. फिर कैसे एक फ्लॉप हीरो सदी का महानायक बन गया, चलिए आपको बताते हैं…
एक के बाद एक धड़ाधड़ फ्लॉप हुई फिल्में
अमिताभ बच्चन ने अपने करियर की शुरुआत साल 1969 में ‘सात हिंदुस्तानी’ के साथ हुई. फिल्म फ्लॉप हुई तो दूसरी फिल्म के लिए उन्हें खूब पापड़ बेलने पड़े. बाद में वह ‘प्यार की कहानी’, ‘रास्ते का पत्थर’, ‘बंसी बिरजू’, ‘जबान’, ‘संजोग’, ‘एक नजर’, ‘बंधे हाथ’ सभी फ्लॉप रहीं.
जब अमिताभ ने बनाया मन, करेंगे वापसी
एक के बाद एक फिल्में करने के बाद भी जब सफलता नहीं मिलती, तो हर शख्स थोड़ा सा मायूस हो जाता है. ऐसा ही अमिताभ बच्चन के साथ भी हुआ. फिल्मों में उन्हें लाख कोशिशों के बाद भी सफलता नहीं मिल रही था. ऐसे में उन्होंने मन बना लिया था कि अब वह बॉलीवुड को हमेशा के लिए अलविदा कह देंगे. कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि अपने करियर में मिल रही, निराशा के कारण उन्होंने हमेशा के लिए मुंबई छोड़ने का फैसला कर लिया था.
इस एक्टर ने संवारी अमिताभ की किस्मत
अमिताभ बच्चन में कुछ तो खास है, ये बात एक दिग्गज एक्टर समझ गए थे. उन्होंने अमिताभ को पटरी पर लाने के लिए उनकी मदद की. वह एक्टर और कोई नहीं ‘भारत कुमार’ यानी मनोज कुमार थे. उन्होंने बिग बी को एक मौका देने का फैसला किया और अमिताभ बच्चन को अपने साथ काम करने का ऑफर दिया वह फिल्म थी 1974 में आई ‘रोटी कपड़ा और मकान’.
यह अमिताभ बच्चन के करियर की पहली ब्लॉकबस्टर थी.
अमिताभ के करियर का पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म
यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई. रिपोर्ट्स के मानें तो यह अमिताभ बच्चन के करियर की पहली ब्लॉकबस्टर थी. इसके बाद अमिताभ के किस्मत का सितारा चमकी फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा.
1 करोड़ी फिल्म ने कूटे थे 5 करोड़
‘रोटी कपड़ा और मकान’ साल 1974 में रिलीज हुई. ये फिल्म एक एक्शन-ड्रामा फिल्म है, जिसको मनोज कुमार के डायरेक्ट किया था. फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ शशि कपूर, मनोज कुमार, जीनत अमान और मौसमी चटर्जी मुख्य भूमिका में दिखाई दिए. फिल्म के बजट की बात करें तो ये फिल्म 1 करोड़ 30 लाख में बनी थी और फिल्म का कुल नेट कलेक्शन 5.20 करोड़ रहा था.
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