
मोहाली: गन पॉइंट पर छात्र का अपहरण, मारपीट और ब्लैकमेलिंग का सनसनीखेज मामला पंजाब विश्वविद्यालय के एक छात्र के अपहरण, शारीरिक शोषण और ब्लैकमेलिंग का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने सेक्टर-88 के एक कार डीलर समेत दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

घटना कैसे हुई?
पीड़ित छात्र शिमला का रहने वाला है और बीमा एजेंट के रूप में काम करता है। इसके अलावा, वह वीआईपी नंबर प्लेट्स उपलब्ध कराने का भी काम करता है। उसने पुलिस को बताया कि 11 जनवरी को जब वह अपने फ्लैट में था, तभी गांव रामनगर (राजपुरा) के सरपंच हरजीत सिंह बैदवान उर्फ प्रीत और उसके दोस्त करम देव सिंह उर्फ सिमरजीत सिंह उसके पास पहुंचे। उन्होंने जबरन उसे अपने साथ काम करने के लिए मजबूर किया और आरटीओ के माध्यम से वीआईपी नंबर 0009 बुक करने के लिए दबाव डालने लगे।
अत्याचार और ब्लैकमेलिंग
पीड़ित का आरोप है कि दोनों आरोपियों ने उसे जबरन कार में डालकर सेक्टर-88 के एक कार शोरूम में ले गए। वहां उन्होंने उसका बैग, नकदी, जरूरी दस्तावेज और बीमा से जुड़ी फाइलें जब्त कर लीं। इसके बाद उसे स्कॉर्पियो कार में किडनैप कर लिया गया, जिसका वीडियो सोसाइटी में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया। छात्र के अनुसार, कार के अंदर आरोपियों ने पर्दे लगाकर उसके साथ मारपीट की। उसे बिजली के झटके दिए और अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किया। आरोपियों ने इस पूरी घटना का वीडियो भी बना लिया। इसके बाद वे उसे ब्लैकमेल करने लगे। उन्होंने उसके मोबाइल से ऑनलाइन 30,000 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए और उसकी एसयूवी कार भी अपने नाम करवा ली। इस पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर उसे लगातार डराया धमकाया गया।
आत्महत्या की कोशिश, लेकिन बचाव हो गया
इस भयावह घटना से टूट चुके पीड़ित ने 19 जनवरी को पिंजौर जाकर आत्महत्या करने का फैसला किया। उसने रोते हुए एक वीडियो बनाया और अपने दोस्तों व परिवारवालों को भेज दिया। सौभाग्य से, वहां मौजूद लोगों ने उसे समय रहते देख लिया और बचा लिया। घटना के बाद वह बेहोश हो गया और जब 21 जनवरी को उसे होश आया, तो वह शिमला पुलिस की हिरासत में था। पुलिस ने उसका मेडिकल करवाया और बयान दर्ज किए।
पुलिस की कार्रवाई
छात्र की शिकायत पर छोटा शिमला थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की गई, जिसे बाद में खरड़ सिटी थाने में ट्रांसफर कर दिया गया। पुलिस ने सरपंच हरजीत सिंह और उसके साथी के खिलाफ अपहरण, शारीरिक शोषण, ब्लैकमेलिंग, जान से मारने की धमकी और फिरौती मांगने जैसी गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि, केस दर्ज होने के बाद से दोनों आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है।