वॉशिंगटन। कनाडा और बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। कभी मंदिरों तो कभी उनके घरों को नुकसान पहुंचाया जा रहा। इस बीच, सिलिकॉन वैली में भारतीय अमेरिकियों ने हिंदुओं के प्रति अपनी एकजुटता दिखाने के लिए रैली निकाली।
इन देशों की सरकारों से मांगा जवाब
मिलपिटास सिटी हॉल में बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करते हुए प्रमुख सामुदायिक नेताओं ने हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के बारे में बात की। साथ ही अमेरिकी नेताओं से मानवाधिकार उल्लंघनों की निंदा करने और कनाडा तथा बांग्लादेश की सरकारों को उनकी हिंदू अल्पसंख्यक आबादी की सुरक्षा के लिए जवाबदेह ठहराने का आग्रह किया।
दो लाख से अधिक रहते हैं भारतीय-अमेरिकी
खाड़ी क्षेत्र दो लाख से अधिक भारतीय अमेरिकियों का घर है। बताया जा रहा कि रैली में शामिल लोगों ने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में श्रद्धालुओं पर हुए हमले की सही तरीके से जांच नहीं होने पर निराशा जताई।
रैली में लोगों ने खालिस्तानी आतंकवाद बंद करो, कनाडाई-हिंदुओं की रक्षा करो, इस्लामी आतंकवाद बंद करो, बांग्लादेशी-हिंदुओं की रक्षा करो के नारे लगाए। उन्होंने कहा, ‘हमने खालिस्तानी समर्थकों के मंदिर परिसर में घुसकर पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को पीटने के वीडियो देखे हैं। यह देखना भयावह है कि दिवाली मनाने गए हिंदुओं का उन द्वारा पीछा किया जा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘हमने देखा कि पुलिस खालिस्तान समर्थकों के साथ पहले से ही साठगांठ कर रही थी और हिंदू श्रद्धालुओं को पीट रही थी। कनाडा में हिंसा की स्वतंत्रता को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के रूप में तैयार किया जा रहा है। कनाडाई-हिंदुओं के बुनियादी मानवाधिकारों की रक्षा को लेकर ट्रूडो सरकार से हमारा भरोसा उठ चुका है।’
इन लोगों ने भी जताई नाराजगी
‘अमेरिकन्स फॉर हिंदूज’ के डॉ. रमेश जपरा ने कनाडा में खालिस्तानियों द्वारा कनाडा में हिंदुओं और बांग्लादेश में कट्टरपंथी समूहों पर किए जा रहे हमलों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हम एक विश्व, एक परिवार, एक भविष्य हैं।
कोएलिशन ऑफ हिंदूज इन नॉर्थ अमेरिका की पुष्पिता प्रसाद ने कनाडा में उनकी टीम को सिख फॉर जस्टिस द्वारा निशाना बनाए जाने पर चिंता जताई।