वाशिंगटन । संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान की सरकारों ने क्वाड साइबर चैलेंज-2024 को जारी रखने की घोषणा की है। इसका मकसद साइबर परिवेशी तंत्र को मजबूत करना, सार्वजनिक संसाधनों को बढ़ावा देने के साथ साइबर सुरक्षा जागरुकता को बढ़ाना है। क्वाड देशों ने संयुक्त वक्तव्य (ज्वाइंट स्टेटमेंट) में कहा कि इस वर्ष की चुनौती का विषय साइबर सुरक्षा शिक्षा को बढ़ावा देना के साथ मजबूत कार्यबल का निर्माण करना है।
ये खबर भी पढ़ें : बेली फैट कम करने ऐसा तरीका जो किसी ने नहीं बतया – Pratidin Rajdhani
ये खबर भी पढ़ें : बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी है टीकाकरण- Pratidin Rajdhani
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट की वेबसाइट ने क्वाड देशों के संयुक्त वक्तव्य को जारी किया है। इसमें कहा गया है कि क्वाड सीनियर साइबर ग्रुप के तत्वावधान में ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के क्वाड भागीदारों ने जिम्मेदार साइबर पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने, सार्वजनिक संसाधनों को बढ़ावा देने और साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए संयुक्त अभियान के तहत क्वाड साइबर चैलेंज को जारी रखने की घोषणा की। इस वर्ष की चुनौती का विषय साइबर सुरक्षा शिक्षा को बढ़ावा देना और एक मजबूत कार्यबल का निर्माण करना है।
ये खबर भी पढ़ें : सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया युवा विंग छत्तीसगढ़ इकाई की नई कार्यकारिणी का ऐलान
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट की वेबसाइट पर उपलब्ध ज्वाइंट स्टेटमेंट के अनुसार, इस साल 10 अक्टूबर को संयुक्त राज्य अमेरिका ने व्हाइट हाउस में क्वाड साइबर चैलेंज कार्यक्रम की मेजबानी की। इसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के अधिकारी शामिल हुए। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साइबर और उभरते प्रौद्योगिकी के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ऐनी न्यूबर्गर और शिक्षा विभाग के उप सचिव सिंडी मार्टन ने साइबर सुरक्षा में युवा प्रतिभा विकास के महत्व पर चर्चा की। साथ ही संघीय सेवा और निजी क्षेत्र के लिए शैक्षिक गतिविधियों को महत्व दिया। इसमें साइबर सुरक्षा पेशेवरों ने अपने करियर के किस्से साझा किए।
जापान के तीन साइबर सुरक्षा पेशेवरों ने ने छात्रों और युवाओं को इस महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि इस महीने के अंत में ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रमंडल के गवर्नर-जनरल सैम मोस्टिन एसी कैनबरा में एक क्वाड साइबर चैलेंज कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे। इसमें विशेष दूत डॉ. एंड्रयू चार्लटन एमपी, राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक लेफ्टिनेंट जनरल मिशेल मैकगिनीज सीएससी और क्वाड देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
ये खबर भी पढ़ें : नवरात्रि व्रत के दौरान इन बातों का ध्यान रखें – Pratidin Rajdhani
इसके अलावा इसी माह अक्टूबर में भारत के साइबर स्पेस को सुरक्षित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक छात्र समुदाय को साइबर स्वच्छता अभियान पर संदेश देंगे। साइबर सुरक्षा जागरुकता माह में प्रख्यात साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ कार्यशाला में छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित करेंगे।