
30 लाख हड़पने के लिए अपने ही क्लाइंट के हत्यारे अधिवक्ता और उसकी पत्नी को पुलिस ने दबोचा
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के डीडी नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत इन्द्रप्रस्थ कालोनी में हुए सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने घटना की जानकारी होने के कुछ ही घंटो में कर दिया। इस घटना को कारित करने वाले अधिवक्ता अंकित उपाध्याय, उसकी पत्नी शिवानी और दो अन्य सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना की पूरी जानकारी बुधवार को एसएसपी लाल उमेंद सिंह ने मीडिया को दी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी अंकित उपाध्याय, जो पेशे से वकील है, और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा सहित दो अन्य व्यक्तियों, विनय यदु और सूयर्कांत यदु, को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया। यह हत्याकांड इंद्रप्रस्थ कॉलोनी, रायपुरा में किराए के मकान में अंजाम दिया गया, जहां मृतक किशोर पैकरा की हत्या कर उसके शव को सीमेंट से ढककर टिन की पेटी में छिपाया गया था। 23 जून 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि वंडरलैंड वाटर पार्क के पीछे डिपरापारा नाले के पास एक टिन की पेटी से दुर्गंध आ रही है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर पाया कि पेटी में लाल सूटकेस के अंदर एक अज्ञात पुरुष का शव था, जिसके ऊपर सीमेंट डाला गया था और पैर बंधे हुए थे।
मृतक की पहचान किशोर पैकरा (58 वर्ष) के रूप में हुई, जो आजाद चौक, रायपुर का निवासी था। जांच में पता चला कि अंकित उपाध्याय ने मृतक के 30 लाख रुपये हड़प लिये थे, जो एक मकान बिक्री से प्राप्त हुए थे। किशोर पैकरा द्वारा बार-बार पैसे वापस मांगने से परेशान होकर अंकित और उसकी पत्नी शिवानी ने हत्या की साजिश रची। उन्होंने किराए के मकान में किशोर को बुलाकर गला दबाकर और चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी। शव को छिपाने के लिए उन्होंने सीमेंट डाला, सूटकेस में रखा, और फिर टिन की पेटी में बंद कर सूनसान जगह पर फेंक दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह और पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के निर्देश पर पांच टीमें गठित की गईं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मुखबिरों की सूचना, और फॉरेंसिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान की। पता चला कि अंकित और शिवानी हत्या के बाद दिल्ली भाग गए थे। रायपुर पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट अधिकारियों के साथ समन्वय कर दोनों को फ्लाइट लैंड होते ही गिरफ्तार कर लिया। अन्य दो सहयोगियों, विनय और सूर्यकांत, को भी हिरासत में लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त अल्टो कार, दो दोपहिया वाहन, और पांच मोबाइल फोन जब्त किए।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए, जिसमें खून से सना तौलिया और चाकू शामिल हैं, जिन्हें आरोपियों ने भाठागांव नाले में फेंक दिया था। सीसीटीवी फुटेज और आनलाइन पेमेंट के विवरण ने भी जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जांच टीम को नगद इनाम देने की घोषणा की है।
इस जटिल मामले को सुलझाने में फारेंसिक टीम से डॉ. भास्कर बनर्जी, अंगेश कुमार मौर्य, अनंत राम सिदार एवं भरत कुमार छापटे तथा फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट उप पुलिस अधीक्षक अजय साहू द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण एवं साक्ष्य संकलन किया गया।
कार्यवाही में निरीक्षक एस.एन.सिंह थाना प्रभारी डी.डी.नगर, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय, उपनिरीक्षक मुकेश सोरी, राजेन्द्र सिंह कंवर, सउनि. प्र्रेमराज बारिक, अतुलेश राय, फूलचंद भगत, शंकर लाल ध्रुव, प्र.आर. गुरूदयाल सिंह, उपेन्द्र यादव, अनुप मिश्रा, संतोष दुबे, कृपासिंधु पटेल, सुरेश देशमुख, घनश्याम प्रसाद साहू, म.प्र.आर. बसंती मौर्य, आर. प्रमोद बेहरा, पुरूषोत्तम सिन्हा, प्रशांत शुक्ला, हरजीत सिंह , किसलय मिश्रा, अजय चौधरी, महिपाल सिंह, भूपेन्द्र मिश्रा, अविनाश देवांगन, अभिषेक तोमर, अमित वर्मा, नितेश सिंह राजपूत, अविनाश टण्डन तथा थाना डी.डी.नगर से सउनि. अनंत बारिक, प्र.आर. अरूण तिवारी एवं म.आर. सरस्वती वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।