रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज ऐतिहासिक अवसर रहा, जब देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर के द्वितीय दीक्षांत समारोह में शिरकत की। इस समारोह में उन्होंने 10 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल और 514 विद्यार्थियों को डिग्री देकर सम्मानित किया।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी उनके साथ मौजूद रहे। इस अवसर पर राष्ट्रपति को छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति भेंट की गई ।
दीक्षांत समारोह काे सम्बोधित करते हुए श्रीमती मुर्मु ने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में देश की सेवा करते हुए मुझे कई समारोह में भाग लेने का अवसर मिलता है। शिक्षा संस्थानों में जाकर मुझे अधिक प्रसन्नता होती है। मुझे संतोष का अनुभव होता है कि हमारे देश का भविष्य आप जैसे प्रतिभावान युवाओं के हाथों में सुरक्षित है। आज उपाधि एवं पदक प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को मैं बहुत-बहुत बधाई देती हूं एवं उनके स्वर्णिम भविष्य की कामना करती हूं। जिन अभिभावकों और शिक्षकों के समर्थन तथा सहयोग से आपने यह रास्ता तय किया है, वे भी बधाई के पात्र हैं।
राष्ट्रपति मुर्मु विद्यार्थियों काे कहा कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से शिक्षा प्राप्त करना सौभाग्य की बात है। यहां से शिक्षा प्राप्त करके आपकी प्रतिभा और विकसित हुई होगी। Medical Professionals का कार्य अत्यंत जिम्मेदारी भरा है। आपके निर्णय अनेक बार जीवन रक्षा से जुड़े होते हैं। मैं समझती हूं कि आपको इस जिम्मेदारी का बोध है तथा अपने उत्तर-दायित्वों का निर्वाह आप पूरी तन्मयता एवं क्षमता से करेंगे।
Medical Professionals के तौर पर आप प्रायः ऐसी परिस्थितियों से गुजरते हैं जो बहुत चुनौतीपूर्ण होती हैं। उनका सामना करने के लिए आप अपनी भावनाओं पर नियंत्रण करना सीख लेते हैं। भावुकता से मुक्त हो कर कार्य करने और संवेदनशीलता की कमी होने के बीच बहुत थोड़ा सा ही फासला होता है।
दुनिया के अनेक प्रतिष्ठित एवं श्रेष्ठ चिकित्सकों ने Medical Professionals को मानवीय मूल्यों के साथ काम करने की सलाह दी है। उनमें Dr. Francis Weld Peabody का नाम बहुत महत्वपूर्ण है। उनका “The Care of the Patient” नामक लेख विश्व के कई चिकित्सा संस्थानों में विद्यार्थियों को पढ़ने की सलाह दी जाती है। इस लेख में उन्होंने लिखा है and I quote “The treatment of a disease may be entirely impersonal; the care of a patient must be completely personal.” Unquote
मैं समझती हूं कि जब आपने यह कार्यक्षेत्र चुना होगा, तब आपके मन में दया, करुणा और संवेदना के आदर्श रहे होंगे। आपको हमेशा याद रखना है कि ये मानवीय मूल्य हमको मजबूत बनाते हैं। इसलिए हमेशा अपने कार्यक्षेत्र में इन जीवन-मूल्यों के साथ काम करें। इससे आपको कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी, तथा आपका जीवन सार्थक होगा।
उन्हाेंने आगे कहा कि देश के सभी नागरिकों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए भारत सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। पिछले एक दशक में, देशवासियों को Universal Health Coverage प्रदान करने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। ‘आयुष्मान भारत योजना’ के अंतर्गत अब सत्तर वर्ष से अधिक उम्र के नागरिक भी लाभान्वित हो रहे हैं। ‘प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना’ से लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध हो रही हैं। पिछले दस वर्षों में Medical colleges और MBBS तथा PG की सीटों में भी बढ़ोतरी हुई है। नए AIIMS भी स्थापित किए गए हैं।
AIIMS संस्थान, कम खर्च में अच्छी health care services एवं medical education देने के लिए जाने जाते हैं। AIIMS संस्थानों के साथ देशवासियों का विश्वास जुड़ा हुआ है। इसीलिए बहुत बड़ी संख्या में लोग दूर- दूर से AIIMS में इलाज कराने आते हैं। जिस डॉक्टर के साथ AIIMS का नाम जुड़ा होता है, उसके प्रति मरीजों में सम्मान की भावना बढ़ जाती है।
मुझे यह जानकर हर्ष होता है कि AIIMS रायपुर भी इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है। वर्ष 2012 में स्थापित इस संस्थान ने अपनी कुछ वर्षों की यात्रा में ही बहुत प्रतिष्ठा अर्जित की है। इसके लिए इस संस्थान से जुड़े सभी लोगों की मैं सराहना करती हूं।
मुझे बताया गया है कि चिकित्सा एवं लोक कल्याण के लिए AIIMS रायपुर द्वारा कई कार्य किए जा रहे हैं। यह संस्थान, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के साथ कुपोषण का उन्मूलन करने के लिए कार्य कर रहा है। यहां के Sickle Cell Clinic में मरीजों को इलाज प्रदान किया जाता है। Sickle Cell मरीजों की पहचान के लिए जागरूकता शिविर भी आयोजित किए जाते हैं।
हम एक ऐसे दौर से गुजर रहे हैं जिसमें आधुनिकतम Technologies हमारे जीवन को बहुत तेज गति से प्रभावित कर रही हैं। सुदूर क्षेत्रों के लोगों के कल्याण के लिए इन आधुनिकतम Technologies का उपयोग किया जा सकता है। यह हर्ष की बात है कि AIIMS रायपुर इस दिशा में प्रयासरत है। मुझे बताया गया है कि AIIMS Raipur, Artificial Intelligence संचालित Clinical Decision Support System पर काम कर रहा है। इसके माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों के डॉक्टरों को आपातकालीन स्थितियों में real time मदद प्रदान की जाएगी।
AIIMS रायपुर द्वारा किए जा रहे इन कार्यों से सामुदायिक स्वास्थ्य में सुधार होगा तथा नागरिकों का जीवन बेहतर होगा। मुझे आशा है कि आने वाले समय में यह संस्थान जनहित के कार्यों में और विस्तार करेगा।
हमने वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य रखा है। आपकी पीढ़ी के द्वारा किए गए कार्य इस राष्ट्रीय संकल्प को सिद्ध करने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
आपको वंचित वर्गों की सेवा के कार्य को प्राथमिकता देनी है। जो लोग साधन सम्पन्न होते हैं उनके पास अनेक विकल्प हो सकते हैं। लेकिन वंचित वर्ग के लोगों की आशाएं आप पर ही टिकी होती हैं। इसलिए मेरी आपको सलाह है कि सभी लोगों की, विशेषकर असहाय लोगों की, सेवा में आप हमेशा तत्पर रहें।
विद्यार्थी जीवन से पेशेवर जीवन में कदम रखना एक महत्वपूर्ण बदलाव है। लेकिन आप अपने ज्ञान को बढ़ाते रहने का उत्साह हमेशा बनाए रखें। हमेशा कुछ नया सीखने की भावना आपके लिए लाभदायक होगी। अपने कौशल का विकास करते रहें। AIIMS के डॉक्टरों और विद्यार्थियों से यह आशा की जाती है कि वे आधुनिक पद्धतियों को अपनाने के लिए हमेशा सक्रिय रहेंगे।
मैं और एक महत्वपूर्ण बात पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगी। कई अवसरों पर आप तनावपूर्ण वातावरण में सेवा कार्य करेंगे। अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा न करें, उसका ध्यान रखें। मरीजों में विश्वसनीयता बढ़ाने एवं उनका बेहतर इलाज करने के लिए आपका स्वस्थ रहना तथा स्वस्थ दिखना अत्यंत आवश्यक है। मैं आशा करती हूं कि आप जीवन पर्यंत सदाचार एवं अच्छे कार्यों से अपने माता-पिता, संस्थान एवं देश की कीर्ति बढ़ाते रहेंगे। मैं आप सभी को सफल एवं सार्थक जीवन हेतु आशीर्वाद देती हूं।