
पौधरोपण के नाम पर हरियाली नहीं, जेबें भरने की होड़! 1060 पौधों पर 48 लाख खर्च, सवालों में धामी सरकार का सुशासन
48 लाख में 1060 पौधे? उत्तराखंड में पौधारोपण घोटाला?-क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड के हल्द्वानी में 1060 पौधे लगाने में 48 लाख रुपये कैसे खर्च हो गए? जी हाँ, आपने सही सुना! हर पौधे की कीमत लगभग 4600 रुपये! यह मामला तब सामने आया जब हाईकोर्ट ने वन विभाग से खर्च का ब्यौरा माँगा।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुरू हुआ खेल-यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब हल्द्वानी निवासी हिशांत आही ने कोर्ट में याचिका दायर की। उन्होंने बताया कि बरेली रोड चौड़ीकरण के दौरान कई पेड़ काटे गए, लेकिन उनकी जगह नए पौधे नहीं लगाए गए। कोर्ट के आदेश के बाद जनवरी 2025 में पौधारोपण की शुरुआत हुई, लेकिन इस काम में इतना पैसा कैसे खर्च हुआ, यह सवाल अब सबके मन में है।
4600 रुपये में क्या खास पौधे?-आम लोगों का कहना है कि आखिर ऐसा कौन सा पौधा है जिसकी कीमत 4600 रुपये है? क्या इन पौधों में सीसीटीवी कैमरे या एसी लगे थे? यह सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि इस रकम से तो किसी बंगले में पूरा बागीचा ही तैयार हो सकता है।
ट्री गार्ड बचाने की कोशिश-इस विवाद के बढ़ने पर वन विभाग ने सफाई दी कि ट्री गार्ड बनाने में ज़्यादा खर्च आया है। लेकिन क्या 1060 ट्री गार्ड बनाने में इतना पैसा खर्च होना उचित है? क्या ये ट्री गार्ड सोने-चाँदी के थे?
भ्रष्टाचार का नया रूप?-पर्यावरण के नाम पर सरकारी पैसे के दुरुपयोग का यह मामला लोगों में बहुत गुस्सा पैदा कर रहा है। लोगों को लग रहा है कि ‘सुशासन’ के नाम पर आम जनता के पैसे का दुरुपयोग किया गया है।
कमिशन का खेल?-इस पूरे मामले ने एक बार फिर सवाल उठाया है कि क्या सरकारी विभागों में काम से ज़्यादा कमिशन को महत्व दिया जाता है? पौधारोपण के नाम पर हुए इस घोटाले में जमीन पर कुछ नहीं दिख रहा, लेकिन आंकड़ों में मोटी रकम गायब है।