
-जतिन नचरानी
-7वीं के छात्र श्रीधर सनाढ्य को मिला पेटेंट, एडजस्टेबल फ्लेम प्रोजेक्टिंग डिवाइस का कमाल

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नन्हे वैज्ञानिक ने कमाल कर दिखाया। रायपुर के 7वीं कक्षा के छात्र श्रीधर सनाढ्य ने कम उम्र में वो उपलब्धि हासिल की है, जिसे पाने के लिए लोग सालों मेहनत करते हैं। उनके अनोखे इनोवेशन एडजस्टेबल फ्लेम प्रोजेक्टिंग डिवाइस को भारत सरकार ने पेटेंट प्रदान किया है।
श्रीधर की यह खोज न केवल उनके तकनीकी कौशल को दर्शाती है, बल्कि यह भविष्य में कई क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। इस डिवाइस की खासियत यह है कि यह जरूरत के हिसाब से लौ की तीव्रता को नियंत्रित कर सकती है, जिससे ऊर्जा की बचत होगी और सुरक्षा भी बढ़ेगी।
माता-पिता का भी विशेष योगदान
श्रीधर की इस उपलब्धि के पीछे उनके माता-पिता का भी विशेष योगदान रहा। उनके पिता श्रीकांत सनाढ्य चिकित्सा विशेषज्ञ हैं, जबकि माता डॉ. आकांक्षा सनाढ्य रुंगटा कॉलेज में प्रोफेसर हैं। वैज्ञानिक सोच और शोध के प्रति उनका झुकाव बचपन से ही रहा है। छत्तीसगढ़ के इस युवा इनोवेटर ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। उनके इस आविष्कार से विज्ञान की दुनिया में एक नया नाम जुड़ गया है, और यह देखना रोमांचक होगा कि भविष्य में वह और क्या नए इनोवेशन लाते हैं!