
रायपुर। वर्ल्ड स्किन हेल्थ डे 2025 की थीम इस बार है त्वचा की सेहत के बिना संपूर्ण स्वास्थ्य संभव नहीं, जो इस बात पर ज़ोर देती है कि स्किन केयर सिर्फ क्रीम और लोशन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी शुरुआत हमारे खान-पान से होती है। कैलिफोर्निया आमंड्स, जो विटामिन ई और हेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं, त्वचा को अंदर से पोषण देकर इसे स्वस्थ और दमकता बनाए रखने में मदद करते हैं। कैलिफ़ोर्निया आमंड्स 15 ज़रूरी पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत हैं, जिनमें से कई त्वचा की रंगत और बनावट सुधारने में असरदार माने जाते हैं। इनमें मौजूद विटामिन ई और हेल्दी फैट्स त्वचा को उम्र के असर से बचाने वाले एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर होते हैं। रिसर्च से यह भी सामने आया है कि नियमित रूप से बादाम खाने से चेहरे की झुर्रियों को कम किया जा सकता है। यानी ब्यूटी रूटीन में बादाम को शामिल करना आसान और असरदार तरीका हो सकता है।
वर्ल्ड स्किन हेल्थ डे के मौके पर त्वचा की देखभाल के बारे में बात करते हुए स्किन एक्सपर्ट और कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ. गीतिका मित्तल गुप्ता ने कहा, ”मैं हमेशा अपने क्लाइंट्स को याद दिलाती हूं कि असली स्किन हेल्थ शरीर के भीतर से शुरू होती है। अच्छी नींद, एक्टिव रहना और पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार, ये सब मिलकर त्वचा को स्वस्थ बनाए रखते हैं। मेरी सबसे ज़रूरी सलाहों में से एक है रोज़ाना बादाम को डाइट में शामिल करना, चाहे स्नैक के रूप में या भोजन में मिलाकर। बादाम विटामिन ई, प्रोटीन, जिंक और कॉपर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो त्वचा को भीतर से पोषण देते हैं और यूवीबी किरणों से भी बचा सकते हैं। ऐसे छोटे-छोटे लेकिन नियमित बदलाव लंबे समय तक हेल्दी और ग्लोइंग स्किन बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।”
बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली ख़ान ने कहा, “एक अभिनेत्री होने के नाते, मेरी त्वचा की सेहत मेरे लिए बेहद ज़रूरी है। हमें लंबे समय तक भारी मेकअप लगाना पड़ता है, जिससे त्वचा पर असर पड़ सकता है। इससे निपटने के लिए मैं न सिर्फ स्किन केयर रूटीन अपनाती हूं, बल्कि इस बात का भी ध्यान रखती हूं कि मेरा खानपान संतुलित और पोषण से भरपूर हो। मेरी सबसे पसंदीदा चीज़ों में से एक है बादाम। मैं हमेशा कैलिफोर्निया आमंड्स का एक छोटा डिब्बा अपने साथ रखती हूं। ये मुझे लंबे समय तक संतुष्ट रखते हैं और प्रोसेस्ड फूड से दूर रखते हैं, जो मेरी त्वचा और सेहत, दोनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बादाम न केवल पोषण से भरपूर होते हैं, बल्कि इनमें मौजूद विटामिन ई त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करता है।”
मैक्स हेल्थकेयर, नई दिल्ली में डाइटेटिक्स की रीजनल हेड ऋतिका समद्दार ने बताया, “अधिकतर लोग जानते हैं कि अच्छी त्वचा के लिए हेल्दी खाना ज़रूरी है, लेकिन उन्हें यह समझ नहीं आता कि डाइट में क्या शामिल करें। कई क्लाइंट्स स्किन हेल्थ के लिए कॉम्प्लिकेटेड डाइट्स या सप्लिमेंट्स के बारे में पूछते हैं, लेकिन यह इतना जटिल नहीं है। रोज़ाना सिर्फ एक मुट्ठी बादाम, साथ में हरी सब्ज़ियां, मौसमी फल और संतुलित आहार] यही काफी है। बादाम विटामिन ई और हेल्दी फैट्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं। साथ ही यह जंक फूड की क्रेविंग भी कम करते हैं, जिससे न सिर्फ स्किन, बल्कि समग्र सेहत को भी फायदा होता है।”
आयुर्वेद विशेषज्ञ मधुमिता कृष्णन ने कहा, “त्वचा को फौरन निखारने वाले ट्रीटमेंट्स के इस दौर में वर्ल्ड स्किन हेल्थ डे हमें याद दिलाता है कि प्रकृति आधारित, समय की कसौटी पर खरे उतरे उपाय ज़्यादा टिकाऊ होते हैं। आयुर्वेद हमेशा यह मानता रहा है कि अंदरूनी सेहत और बाहरी सुंदरता का सीधा संबंध है, जैसा आप खाते हैं, वही आपकी त्वचा पर झलकता है। फल, सब्ज़ियां और बादाम जैसे मेवे से भरपूर आहार त्वचा को स्वस्थ रखने में मददगार होता है। दरअसल, आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी ग्रंथों में भी बादाम की प्रशंसा की गई है — खासतौर पर त्वचा की चमक और सेहत को बनाए रखने के लिए।”
फिटनेस ट्रेनर और पिलाटेस एक्सपर्ट यासमीन कराचीवाला ने कहा, “स्वस्थ और ग्लोइंग त्वचा के पीछे दो बातों का सबसे बड़ा योगदान होता है, सही खानपान और एक्टिव लाइफस्टाइल। मैं हमेशा सलाह देती हूं कि डाइट में बादाम, मौसमी फल, हरी सब्ज़ियां और साबुत अनाज शामिल करें, जो त्वचा को जरूरी पोषण देते हैं। रेगुलर वर्कआउट से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे स्किन सेल्स को पोषण मिलता है और त्वचा में प्राकृतिक निखार आता है। हालांकि, कई लोगों को वर्कआउट के बाद पसीने के कारण स्किन ब्रेकआउट्स की समस्या होती है, इसलिए सिंपल पोस्ट-वर्कआउट स्किनकेयर और डाइट रूटीन अपनाना भी ज़रूरी है।”
साउथ की चर्चित अभिनेत्री श्रिया सरन ने कहा, “एक अभिनेत्री के तौर पर स्किनकेयर मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। लगातार शूटिंग, मेकअप और ट्रैवल से त्वचा थक जाती है, जिससे ड्रायनेस और पिग्मेंटेशन जैसी दिक्कतें होती हैं। ऐसे में मैं त्वचा को भीतर से पोषण देने पर ध्यान देती हूं। मेरी डाइट में मौसमी फल, हरी सब्ज़ियां और बादाम ज़रूर शामिल होते हैं। बादाम मेरा पसंदीदा स्नैक है, यह एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है, जिससे शरीर को एनर्जी मिलती है, भूख कंट्रोल में रहती है और त्वचा की सेहत बेहतर बनी रहती है। मैं सुबह और रात एक नियमित स्किनकेयर रूटीन भी फॉलो करती हूं, जिससे मेरी स्किन संतुलित और हेल्दी बनी रहती है।”
केवल आधुनिक पोषण विज्ञान ही नहीं, बल्कि आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियाँ भी बादाम को त्वचा के लिए लाभकारी मानती रही हैं। सदियों पुरानी इन परंपराओं में बादाम को त्वचा की प्राकृतिक चमक बढ़ाने वाला माना गया है — जो आज की वेलनेस सोच से भी पूरी तरह मेल खाता है। हाल की रिसर्च में यह भी पता चला है कि रोज़ाना बादाम का सेवन यूवीबी किरणों से त्वचा को बचाने में मददगार हो सकता है, जो भारत जैसी तेज धूप वाले देशों में और भी उपयोगी है।
बादाम की सबसे बड़ी खासियत है इनका बहुपयोगी और सुविधाजनक होना। आप इन्हें भिगोकर, भूनकर, साबुत या फिर स्मूदी, सलाद, मिठाई और पारंपरिक पकवानों में शामिल कर सकते हैं। इनका पोषण हर रूप में बरकरार रहता है। इसलिए इन्हें रोज़मर्रा की डाइट में शामिल करना आसान भी है और त्वचा की सेहत के लिए फायदेमंद भी।
तो इस वर्ल्ड स्किन हेल्थ डे पर एक छोटा लेकिन असरदार संकल्प लें, रोज़ाना कैलिफोर्निया आमंड्स को अपनी डाइट में शामिल करें, ताकि आपकी त्वचा अंदर से पोषित और बाहर से दमकती रहे।