छत्तीसगढ़

एसईसीएल के निदेशक जी. श्रीनिवासन हुए सेवानिवृत्ति, दी गई भावभीनी विदाई

एसईसीएल के निदेशक जी. श्रीनिवासन हुए सेवानिवृत्ति, दी गई भावभीनी विदाई

कोलइण्डिया/एसईसीएल से सेवानिवृत्त होने वाले निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन को एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन स्थित प्रांगण में 29 जून को अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेमसागर मिश्रा, निदेशक तकनीकी (संचालन) एस.एन. कापरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) फ्रेंकलिन जयकुमार, निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास, श्रद्धा महिला मण्डल की अध्यक्षा पूनम मिश्रा, उपाध्यक्षागण-जी. राजी श्रीनिवासन, संगीता कापरी, अनीथा फ्रेंकलिन, निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन के पुत्र विग्नेश श्रीनिवासन एवं वैशाख श्रीनिवासन, विभिन्न विभागाध्यक्षों, क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक/महाप्रबंधकों, एसईसीएल संचालन समिति, सुरक्षा समिति, कल्याण मण्डल के पदाधिकारियों, सिस्टा/कौंसिल/ओबीसी पदाधिकारियों, सीएमओएआई एवं विभिन्न श्रमसंघ प्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों की उपस्थिति में भावभीनी विदाई दी गई।
इस कार्यक्रम में स्वागतोपरांत निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन ने कोलइण्डिया में अपने तीन दशक से अधिक सेवाकाल के दौरान सबके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कोयला क्षेत्र की चुनौतियों को स्वीकार कर अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध होते हुए निरंतर कार्यरत रहने से सफलता अवश्य प्राप्त होती है। उन्होंने कार्य के दौरान सफलता के लिए कर्तव्यपरायणता एवं समयबद्धता को आवश्यक मूलमंत्र बताया। उन्होंने आने वाले समय में एसईसीएल के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने एसईसीएल में बिताए अपने पलों को साझा करते हुए एसईसीएल द्वारा दिए गए इस आत्मीय सम्मान के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेमसागर मिश्रा, निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एस.एन. कापरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री फ्रेंकलिन जयकुमार, निदेशक (कार्मिक) श्री बिरंची दास ने अपने-अपने उदबोधन में श्री जी. श्रीनिवासन की नम्रता, मिलनसारिता, आत्मीयता, कर्मठता, प्रेरणादायक नेतृत्व, प्रबंधकीय कौशल, नवीनतम प्रौद्योगिकी के उपयोग, बैठकों में कम्पनी के समक्ष आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए तर्कपूर्ण सुझाव एवं त्वरित निर्णय क्षमता आदि का उल्लेख करते हुए उनके साथ कार्य के दौरान आए अनुभव को सबके साथ साझा किया। सभी ने श्री श्रीनिवासन के कम्पनी को अपना विजन प्राप्त करने, समर्थ बनाने तथा विभिन्न नीतिगत निर्णय लेने के लिये बोर्ड को कारगर सुझाव उपलब्ध कराने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका, वित्तीय प्रबंधन के पूर्ण विस्तार के दायित्व के बखूबी निर्वहन करने, वित्तीय संसाधनों के समुचित संग्रहण, निधि की अनुकूलतम उपयोगिता, बजट नियंत्रण और वांछित कार्पोरेट उदेश्यों एवं कम्पनी की लाभदायकता मापदण्डों को प्राप्त करने के उनके प्रयासों का उल्लेख किया। सभी ने उनके सेवानिवृत्ति उपरांत सपरिवार सुखमय भविष्य की ईश्वर से कामना की।
इस अवसर पर श्रद्धा महिला मण्डल की उपाध्यक्षा श्रीमती जी. राजी श्रीनिवासन ने उनके व्यक्तित्व के गुणों को रेखांकित करते हुए कहा कि उन्होंने कैरियर और परिवार दोनों को बहुत ही सामंजस्य से संचालित किया है और इसीलिए वे दोनों क्षेत्रों में सफल हैं।
विग्नेश श्रीनिवासन ने कहा कि वे मेरे लिए रोल माडल हैं, उन्होंने अपने लगन व मेहनत से अपना मुकाम बनाया है तथा वे इस बात के प्रेरणास्त्रोत हैं कि मेहनत और लगन से कोई भी व्यक्ति सफलता अर्जित कर सकता है।
श्रमसंघ पदाधिकारीगण सुजीत कुमार सिंह (बीएमएस), गोपाल नारायण सिंह (एसईकेएमसी), वी.एम. मनोहर (सीटू), श्री के. पाण्डेय (सीएमओएआई) ने भी संबोधित करते हुए उनकी सहजता, सरलता, कार्यदक्षता, निर्णय क्षमता, मानवीय मूल्यों को समझने की क्षमता का उल्लेख किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन श्री सीडीएन सिंह क्षेत्रीय वित्त प्रबंधक दीपका क्षेत्र ने दिया। कार्यक्रम में मानपत्र का पठन उप महाप्रबंधक (वित्त) आनंद बक्षी ने किया, जिसे अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एवं निदेशक मण्डल द्वारा श्रीनिवासन को भेंट किया गया। कार्यक्रम में जनसंपर्क विभाग द्वारा संग्रहित फोटो एलबम एवं प्रेस कतरने प्रस्तुत की गयी जिसे निदेशक मण्डल द्वारा जी. श्रीनिवासन को भेंट किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रबंधक (कार्मिक/औसं) वरूण शर्मा एवं प्रबंधक (सीएमसी) सी. अनुराधा ने किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापित जनसंपर्क अधिकारी डा. सनीश चन्द्र ने किया। समारोह में बड़ी संख्या में कम्पनी कर्मी उपस्थित रहे।

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