गले की खराश को दूर करेंगे ये 5 हर्ब्स और मसाले, बाहर निकल आएगा सीने में जमा कफ
नई दिल्ली। मौसम बदलने के कारण गले की खराश और खांसी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। ऐसे में कई लोग इनसे राहत पाने के लिए एंटीबायोटिक्स का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत को किस कदर मुसीबत में डाल सकता है? जी हां, इस आर्टिकल में हम आपको कुछ 5 ऐसे हर्ब्स और मसालों के बारे में बताएंगे जिनके सेवन से आप छाती में जमा कफ से निजात पा सकते हैं और बदलते मौसम में अपनी इम्युनिटी को कमजोर होने से भी बचा सकते हैं। आइए जानें।
ये खबर भी पढ़ें : सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया युवा विंग छत्तीसगढ़ इकाई की नई कार्यकारिणी का ऐलान
मुलेठी
मुलेठी को आयुर्वेद में अमृत समान माना गया है। यह न केवल हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है बल्कि कई बीमारियों का रामबाण इलाज भी है। खासतौर पर सर्दी-खांसी और गले की खराश जैसी समस्याओं में मुलेठी का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। मुलेठी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कफ को कम करने और गले की सूजन को दूर करने में मदद करते हैं। आप मुलेठी के पाउडर को दूध में मिलाकर या फिर मुलेठी की चाय बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
पिपल्ली
कफ से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में पिपल्ली भी काफी फायदेमंद साबित होती है। मार्केट में आपको इसका अर्क भी आसानी से मिल सकता है। आप पिप्पली का पाउडर शहद या गर्म पानी के साथ मिलाकर पी सकते हैं या फिर पिप्पली के तेल को भाप लेने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। दोनों ही तरीकों से सीने में जमा कफ से राहत मिल सकती है।
ये खबर भी पढ़ें : एयर इंडिया के विमान को बम से उड़ाने की धमकी, फ्लाइट को दिल्ली में कराया लैंड
हल्दी
सीने में जमा कफ से बाहर निकालने में हल्दी भी बेहद कारगर है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण बलगम या कफ की समस्या से राहत दिलाने में काफी प्रभावी हैं। नियमित रूप से हल्दी का सेवन करने से न सिर्फ गले की खराश और खांसी में आराम मिलता है, बल्कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। हल्दी का पानी या हल्दी वाला दूध पीने से आप बलगम को आसानी से निकाल सकते हैं और सर्दी-खांसी से जल्दी छुटकारा पा सकते हैं।
ये खबर भी पढ़ें : हाईवे पर गाड़ी बंद होने पर मदद कैसे लें , नोट करें हाईवे का हेल्पलाइन नंबर
दालचीनी
गले की खराश, खांसी और बलगम जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में दालचीनी भी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गले की सूजन को कम करते हैं और बैक्टीरिया को मारते हैं। ऐसे में, नियमित रूप से दालचीनी का पानी पीने से न सिर्फ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी बल्कि आप कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित भी रहेंगे। सीने में जमा कफ को दूर करने के लिए आप आधा चम्मच दालचीनी पाउडर या दालचीनी की कुछ छोटी छड़ें लेकर 250 मिलीलीटर पानी में 5 मिनट तक उबाल लें। फिर इसे छानकर गर्म या ठंडा करके पी लें।
ये खबर भी पढ़ें : कहीं खतरे में तो नहीं आपका जीमेल अकाउंट,ठगी करने के लिए AI की मदद ले रहे स्कैमर्स
सोंठ
सोंठ गले की खराश को शांत करती है और बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करती है। इसके अंदर मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण, गले और फेफड़ों में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सोंठ का सेवन करने से बलगम पतला होता है और आसानी से निकल जाता है। इसके अलावा, सोंठ में पाए जाने वाले तेल गले में खराश को शांत करते हैं और खांसी को कम करते हैं। गर्म दूध में सोंठ मिलाकर पीने से सर्दी-जुकाम और खांसी से राहत मिलती है।
ये खबर भी पढ़ें : नवरात्रि व्रत के दौरान इन बातों का ध्यान रखें – Pratidin Rajdhani
15 Comments