
फल खाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. यह एक यूनिवर्सल ट्रुथ है. इसमें किसी को कोई शक नहीं है. इसमें कोई रहस्य भी नहीं है कि फल खाना हम सबके लिए अच्छा है. क्योंकि फलों से हमें काफी न्यूट्रिशंस मिलता है. तमाम फलों में भरपूर मात्रा में विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर पाए जाते हैं. लेकिन क्या दिन के किसी भी वक्त फल खाना यह सुनिश्चित करने के लिए काफी है कि आपको सभी पोषक तत्व मिल रहे हैं? या फिर दिन में फल खाने का कोई खास और सही समय होता है? आइए, इसको लेकर में कई बड़े न्यूट्रिशियनिस्ट के बताए फैक्ट्स के बारे में विस्तार से जानते हैं. तो चलिए जानते हैं फल कब खाएं और किस टाइम खाने से बचें? जानिए, बॉडी को कैसे मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा.

मौसम के हिसाब से खरीदे फल
फलों हमेशा मौसम के हिसाब से खरीदना ही अच्छा रहता है। क्योंकि आजकल बिना मौसम के भी हर सब्जी और फल मार्केट में मिल जाते हैं लेकिन बाजार में स्टोर किए हुए फल और सब्जियां सही नहीं रहते हैं। क्योंकि स्टोर करने से इनकी गुणवत्ता में फर्क आ जाता है। इसलिए ये फल और सब्जियां आपको लाभ नहीं देते हैं।
हमेशा ताजे फल खाएं
हमेशा ताजे फलों का सेवन करना चाहिए,कभी-कभी हम फलों को लाकर रख देते हैं लेकिन उनका सेवन कई दिनों के बाद करते हैं। फलों को कई दिन रखकर खाने से कुछ नुकसान तो नहीं होता है, लेकिन इससे हमें फल खाने का पूरा फायदा नहीं मिलता है। क्योंकि फल रखें हुए फलों का पोषण क्षमता कम हो जाती है।
कुछ फलों को छलके समेत ही खाना चाहिए
कुछ फलों छिलके के साथ ही खाना अच्छा रहता है। जैसे सेब, नाशपाती, अमरूद, चीकू आदि। क्योंकि इन फलों के छिलके फाइबर होता हैं, जिससे हमारे शरीर को पोषण प्राप्त होता है। फलों को हमेशा धोकर साफ करके ही खाना चाहिए।
फलों में काला नमक लगाकर खाना चाहिए इससे फलों का स्वाद तो अच्छा लगता ही है, साथ ही हमारी पाचनक्रिया भी बेहतर होती है। काला नमक हमारे पेट को साफ करने में सही रहता है। फलों से मिलने वाले फाइबर पेट में जमा गंदगी को साफ होती है।
फल खाने का सही समय
फल खाने का सबसे अच्छा समय सुबह नाश्ते के बाद लंच से पहले का होता है। इसके अलावा आप दोपहर के खाने और रात के भोजन के बीच में जो समय का अंतराल होता है उसमें भी फल खा सकते हैं। लेकिन फलों को कभी भी खाने के साथ या खाने के तुरंत बाद खाना सही नहीं रहता है। फल हमेशा दिन में या सुबह में खाएं क्योंकि फलों में प्राकृतिक रूप से शुगर होती है। जो हमें ऊर्जा प्रदान करती है। रात को सो जाने की वजह से हम इस ऊर्जा का उपयोग नहीं कर पाते हैं। जिसके कारण बार-बार हमारी नींद में बाधा पड़ती है।