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छत्तीसगढ़

वेदांता एल्यूमिनियम ने जमीनी स्तर पर जाकर मासिक धर्म के बारे में लोगों को किया जागरुक

वेदांता एल्यूमिनियम ने जमीनी स्तर पर जाकर मासिक धर्म के बारे में लोगों को किया जागरुक

भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम ने मेंस्ट्रुअल हाइजीन वीक के अवसर पर अपने प्रचालनों के आसपास के इलाकों में मासिक धर्म के दौरान सेहत व स्वच्छता के अभ्यास के बारे में जागरुकता कार्यक्रम संचालित किए। इस पहल के तहत मासिक धर्म संबंधी गलत धारणाओं और वर्जनाओं को दूर करने का प्रयास किया गया, ’पीरियड पावर्टी’ की घटनाओं को कम करने की कोशिश की गई, तथा समुदाय के लोगों को सशक्त किया गया कि वे अपने परिवारों के स्वास्थ्य व कल्याण हेतु जानकारीपूर्ण विकल्प चुन सकें।

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माहवारी की सेहत व स्वच्छता एक ऐसा विषय है जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर अनदेखा किया जाता है, गांवों में लोग इस विषय से संबंधित गलत धारणाओं में उलझे हुए हैं और इस बारे में खुल का बात नहीं करते। इस वजह से गांवों की महिलाओं व लड़कियों को मेंस्ट्रुअल स्वास्थ्य उत्पाद प्राप्त करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जिसके चलते उनमें स्वास्थ्य संबंधी मामले बढ़ जाते हैं। इसलिए वेदांता एल्यूमिनियम ने इस जरूरत का समाधान करने के लिए जागरुकता एवं कौशल विकास कार्यक्रमों को जमीन पर उतारा है।

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कंपनी के प्रचालनों में झारसुगुडा में दुनिया का सबसे बड़ा एल्यूमिनियम प्लांट और लांजिगढ़, ओडिशा में विश्व स्तरीय एल्यूमिना रिफाइनरी तथा राज्य में कुछ खनन प्रचालन भी शामिल हैं। कोरबा, छत्तीसगढ़ में भारत की आइकॉनिक एल्यूमिनियम उत्पादक बाल्को भी कंपनी के प्रचालन में है। कंपनी के अधिकांश प्रचालन भारत के ग्रामीण एवं अर्ध-ग्रामीण हिस्सों में हैं और कंपनी ने विकास के जो व्यापक प्रयास किए हैं उनकी वजह से उनके प्रचालनों के आसपास के इलाकों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।

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मेंस्ट्रुअल हाइजीन वीक के दौरान कंपनी ने बाल्को के मेंस्ट्रुअल हैल्थ प्रोजेक्ट ’नई किरण’ के अंतर्गत जागरुकता कार्यक्रमों की एक श्रृंखला चलाई। इसमें शामिल थी मनोरंजन एवं जानकारी से भरपूर एक संध्या जिसे शीर्षक दिया गया ’रात्रि चौपाल’, इसे संयंत्र के आसपास के स्थानीय गांवों में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में कठपुतली के खेल से लेकर सामाजिक वृत्तचित्र व फिल्म प्रदर्शन शामिल थे जो महिला स्वास्थ्य के बारे में थे। इसके अतिरिक्त बाल्को के कर्मचारियों ने स्वैच्छिक सेवाएं देते हुए क्षमता निर्माण कार्यक्रम के तहत गांव के लोगों के संग रियूज़ेबल पैड सिले, जिन्हें बाद में आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं व लड़कियों को वितरित किया गया।

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इसके साथ ही ’सेफ स्पेसिस’ कैम्पेन भी चलाई गई जहां कंपनी ने पीरियड प्रोडक्ट बेचने वाले स्थानीय कारोबारी संगठनों से सहभागिता कर मेंस्ट्रुअल स्वास्थ्य पर जागरुकता बढ़ाई। उनके कारोबारी स्थल पर इस थीम का एक स्टिकर ऐसी जगह लगाया जहां से वह सबको नजर आए, इस प्रकार सूक्ष्म तरीके से मेंस्ट्रुएशन के बारे में बातचीत को प्रोत्साहित किया गया और पीरियड प्रोडक्ट्स तक पहुंच को सुगम किया गया। इन जागरुकता कार्यक्रमों से 1500 से अधिक लोगों को लाभ हुआ, हर कार्यक्रम इस तरह रखा गया कि मेंस्ट्रुएशन के इर्दगिर्द बातचीत को सुगम करे और सामाजिक अवरोधों को तोड़ सके।

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कंपनी ने झारसुगुडा व कोरापुट में स्थानीय आंगनवाड़ी के साथ मिलकर मेंस्ट्रुअल हाइजीन पर अनेक जागरुकता सत्र आयोजित किए। कर्मचारी वॉलंटियरों ने इन सत्रों को आयोजित करने में चिकित्सा विशेषज्ञों को सहयोग दिया। इन सत्रों में महिला स्वास्थ्य पर जानकारीपूर्ण वृत्तचित्र दिखाया जाना एवं महिलाओं/लड़कियों को सैनिटरी नैपकीन वितरित किया जाना भी शामिल था। इस विषय के संदेश को परम्परागत तरीके से लोगों तक पहुंचाने के लिए कंपनी ने नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए।

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लांजिगढ़ प्रचालन में कंपनी ने पैड गर्ल ऑफ ओडिशा के नाम से प्रसिद्ध पायल पटेल का सत्र रखा। ’पुचि’ नाम के एक पारम्परिक खेल के सत्र आयोजित किए गए जिनके माध्यम से महिलाओं के स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता फैलाई गई। इसके बाद सभी सहभागियों को पुनः इस्तेमाल किए जा सकने वाले कपड़े के पैड्स वितरित किए गए। इन कोशिशों से लांजिगढ़ के 8 गांवों की 350 से ज्यादा औरतों व लड़कियों को फायदा हुआ।

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वेदांता एल्यूमिनियम अपने आसपास के समुदायों के विकास के लिए काम करती आई है। शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, इंफ्रास्ट्रक्चर, जमीनी स्तर पर खेल, कला व संस्कृति के क्षेत्रों में कंपनी ने केन्द्रित हस्तक्षेप किए हैं। कंपनी कुछ बड़े स्वास्थ्य संस्थानों का भी संचालन करती है जैसे कोरबा में बाल्को हॉस्पिटल, लांजिगढ़ में वेदांता हॉस्पिटल और झारसुगुडा में एक अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक सेंटर। इनके अलावा कंपनी की मोबाइल हैल्थ वैन भी हैं जो दूर-दराज गांवों में जा कर वहां बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचा रही हैं। कंपनी के प्रचालन स्थानों व उनके परे भी इन सभी हस्तक्षेपों का लोगों की जिंदगियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और वे साझी वृद्धि एवं प्रगति में अहम साझेदार बने हैं।

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वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 23 में 22.9 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है जिनका उपयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असैसमेंट 2023 में पहली वैश्विक रैंकिंग मिली है, यह उपलब्धि कंपनी की सस्टेनेबल विकास प्रक्रियाओं को प्रतिबिम्बित करती है। भारत में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स और एल्यूमिना रिफाइनरी के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन में लगातार आगे बढ़ रही है।

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